18वां अंतरराष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव “दि गोल्डन ऐलिफेंट” आंध्रप्रदेश की राजधानी हैदराबाद में 20 नवंबर 2013 को सम्पन्न हो गया. उद्घाटन समारोह में हिंदी कार्टून फिल्म ‘गोपी गवैया बाघा बैयाया’ फिल्म दिखायी गई जिसका निर्माण चिल्ड्रेन फिल्म सोसाइटी ऑफ इंडिया (सीएफएसआई) ने किया था. 18वां भारतीय अंतरराष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव का आयोजन सीएफएसआई, आंध्र प्रदेश सरकार और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने मिलकर किया. आंध्र प्रदेश के राज्यपाल ईएसएल नरसिम्हन इस समारोह के मुख्य अतिथि रहे.
18वें अंतरराष्ट्रीय बाल फिल्म समारोह में बोडेविन कूले (Boudewijn Koole) द्वारा निर्देशित डच फिल्म कॉउब्वॉय (Kauwboy) को अंतरराष्ट्रीय लाईव एक्शन (International Live Action) वर्ग में सर्वोत्तम फिल्म के लिए गोल्डन एलीफेन्ट पुरस्कार (Golden Elephant Award) दिया गया. हिन्दी फिल्म “गोपी गवैया बाघा बजैया” को सर्वोत्तम कलाकारी के लिए ज्यूरी पुरस्कार प्रदान किया गया. 18वें अंतरराष्ट्रीय बाल फिल्म समारोह के दौरान 48 देशों की 200 चयनित फिल्में दिखाई गयी.
अंतरराष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव (ICFSI )
अंतरराष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव (International Children's Film Festival) हर दूसरे साल आयोजित किया जाता है जिसे ‘दि गोल्डन ऐलीफेण्ट’ के नाम से भी जाना जाता है. इसका आयोजन भारतीय बाल फिल्म सोसाइटी द्वारा किया जाता है. यह केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय की एक स्वायत्व संस्था है. यह महोत्सव 14 नवंबर को भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के जन्म दिन से शुरू होकर 20 नवंबर तक चलता है. अंतरराष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव युवा दर्शकों के लिए राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर की बच्चों की आनंदमय और कल्पनाशील फिल्में लाने का प्रयास करता है.
बाल फिल्म सोसायटी भारत (CFSI)
भारत के प्रहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरूजी ने वर्ष 1955 में बच्चों की रचनात्मकता, करुणा और महत्वपूर्ण सोच को प्रभावित करने के उम्मीद के साथ बाल फिल्म सोसायटी भारत (सीएफएसआई) की स्थापना की थी.
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