चिली स्थित ला सिगा वेधशाला में यूरोपियन सदर्न आब्जर्वेट्री (European Southern Observatory) के खगोलविदों ने 16 महापृथ्वियों सहित 50 नए पारलौकिक ग्रहों की खोज की. खगोलविदों ने अमेरिका के मोरन व्योमिंग में हुए सम्मेलन में 13 सितंबर 2011 को इस खोज की घोषणा की.
खगोलविदों के इस खोज में सबसे उल्लेखनीय वह ग्रह है जिसे खगोलविदों ने रहने योग्य क्षेत्र या गोल्डीलॉक्स जोन (Goldilocks zone) बताया है. एचडी-85512बी नामक इस ग्रह के न तो बहुत गर्म और न ही अधिक ठंडा होने की संभावना है. ऐसे में वहां पानी मौजूद रह सकता है. किसी भी ग्रह में पानी की मौजूदगी का मतलब है उस ग्रह पर पृथ्वी की तरह जीवन के लिए अनुकूलता.
एचडी-85512बी नामक ग्रह का द्रव्यमान पृथ्वी की तुलना में 3.6 गुना अधिक है. इस ग्रह में अत्यधिक आद्रता के साथ तापमान 85 से 120 डिग्री (30 से 50 डिग्री सेल्सियस) हो सकता है. इस ग्रह का एक तारामंडल का भी पता भी चला है.
एचडी-85512बी नामक ग्रह का मूल तारा (एचडी-85512बी नामक ग्रह का सूर्य) पृथ्वी से करीब 35 प्रकाश वर्ष दूर है. एक प्रकाश वर्ष का मतलब 5.8 खरब मील होता है. इस ग्रह में एक वर्ष में केवल 60 दिन होते हैं. इस नए ग्रह का सूर्य हमारे सूर्य की तुलना में करीब 1,800 डिग्री (1,000 सेल्सियस) ठंडा है.
ज्ञातव्य हो कि वर्ष 2007 में भी एक गोल्डीलॉक्स ग्रह ग्लीजा 581डी खोजा गया था.
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