मिस्र के सोहाग के दक्षिणी प्रांत में एक 7000 वर्ष पुराने शहर का पता चला है. यह शहर पहले राजवंश से भी पुराना है. देश की सरकार द्वारा शुरु किए गए पुरातात्विक मिशन के दौरान इस शहर का पता चला. यह काहिरा से 250 मील दक्षिण, सेती प्रथम के मंदिर– इलाके के सबसे प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में से एक जिसका नाम प्राचीन मिस्र के नए साम्राज्य अवधि के सबसे कम ज्ञात फैरो (मिस्र का राजा) के नाम पर रखा गया है, से करीब 400 मीटर दूर है.
खोज में झोपड़ियां, मिट्टी के बर्तनों के अवशेष, लोहे के औजार और 15 कब्रें मिली हैं. कब्रों का आकार अबिडोस के राजाओं के शाही कब्रों से भी बड़ा है जिससे पता चलता है कि ये कब्रें समाज में काफी उंचा स्थान रखने वाले व्यक्तियों की होगी.
इन सबूतों के आधार पर विशेषज्ञों का कहना है कि यह शहर उच्चाधिकारियों और कब्र बनाने वालों का शहर हो सकता है. इस खोज से प्राचीन मिस्र के सबसे पुराने शहर– अबिडोस के बारे में और जानकारी मिलने की संभावना व्यक्त की जा रही है.
पूर्वराजवंश अवधि और पहले चार राजवंशों के शासन काल में अबिडोस मिस्र की राजधानी था.
यह खोज ऐसे समय में सामने आया है जब देश का पर्यटन उद्योग, जो कभी आमदनी का मुख्य स्रोत हुआ करता था, बर्बादी के कगार पर पहुंच गया है. राजनीतिक अस्थिरता और इस्लामिक स्टेट (आईएस) जिसने पड़ोसी देश लीबिया के ज्यादातर इलाकों पर नियंत्रण कर रखा है, के आतंकी खतरे पर्यटन उद्योग की बर्बादी की मुख्य वजह हैं.
वर्ष 2016 के पहले छह महीनों में सिर्फ 12 लाख (1.2 मिलियन) पर्यटक मिस्र पहुंचे, 2010 में मिस्र जाने वाले पर्यटकों की संख्या 147 लाख (14.7 मिलियन) थी.
यह खोज देश के लिए काफी परिवर्तन ला सकता है.
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