केंद्र सरकार के प्रमुख अनुसंधान निकाय आईसीएआर के महत्वपूर्ण आंकड़ों जानकारियों की सुरक्षा हेतु, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने 11 अगस्त 2020 को हैदराबाद में स्थापित एक ‘डेटा रिकवरी सेंटर’- 'कृषि मेघ' का शुभारंभ किया.
मौजूदा समय में, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) का मुख्य डेटा सेंटर राष्ट्रीय राजधानी में भारतीय कृषि सांख्यिकी अनुसंधान संस्थान (आईएएसआरआई) में है. डेटा रिकवरी सेंटर की स्थापना राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रबंधन अकादमी (एनएएआरएम), हैदराबाद में की गई है.
मुख्य बिंदु
• कृषि मेघ की स्थापना राष्ट्रीय कृषि उच्च शिक्षा परियोजना (एनएएचएचईपी) के तहत की गई है, जो सरकार और विश्व बैंक दोनों द्वारा वित्त पोषित है.
• कृषि मंत्री के अनुसार, नई दिल्ली में आईसीएआर-आईएएसआरआई में डेटा सेंटर के बजाय एक अलग भूकंपीय क्षेत्र में स्थित होने के कारण हैदराबाद को चुना गया है.
• हैदराबाद इसलिए भी उपयुक्त है क्योंकि अन्य उपयुक्त जलवायु परिस्थितियों जैसे निम्न जलवायु स्तर के साथ कुशल आईटी पेशेवरों की वहां उपलब्धता है.
• बयान के मुताबिक इस डेटा केन्द्र को भारत में कृषि के क्षेत्र में ई-गवर्नेंस, अनुसंधान, विस्तार और शिक्षा की गुणवत्ता, उपलब्धता और पहुंच को बढ़ाने, जोखिम को कम करने के लिए बनाया गया है.
• आभासी रूप से इस केन्द्र के शुभारंभ के बाद, कृषि मंत्री तोमर ने देश और दुनिया के किसी भी कोने में कहीं भी अपनी पहुंच को सक्षम बनाने हेतु एक महत्वपूर्ण डिजिटल रूप में महत्वपूर्ण शोध-आधारित डेटा को सहेजने और संरक्षित करने पर जोर दिया.
• कृषि मंत्री ने कहा कि कृषि मेघ 'न्यू इंडिया' के डिजिटल कृषि की दिशा में एक कदम आगे है, जैसा कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा परिकल्पित किया गया है.
• डेटा सेंटर को भारत में कृषि के क्षेत्र में ई-गवर्नेंस, अनुसंधान, विस्तार और शिक्षा की गुणवत्ता, उपलब्धता और पहुंच को बढ़ाने, जोखिम को कम करने के लिए बनाया गया है.
उद्देश्य
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि एनएएचईपी भारत में राष्ट्रीय कृषि शिक्षा प्रणाली को मजबूत करने के उद्देश्य से बनाया गया है, जो कृषि विश्वविद्यालय के छात्रों को अधिक प्रासंगिक और उच्च-गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान करने के लिए है और जो नई शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप है.
ऑनलाइन प्रत्यायन प्रणाली भी शुरू
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने केवीसी एलयूएनईटी (कृषि विश्व विद्यालय छत्र पूर्व छात्र नेटवर्क) और उच्च कृषि शैक्षिक संस्थानों के लिए ऑनलाइन प्रत्यायन प्रणाली भी शुरू किया.
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