भारतीय वायुसेना ने स्वदेश में निर्मित पूर्व चेतावनी और नियंत्रण प्रणाली नेत्र को भारतीय वायुसेना में शामिल किये जाने की घोषणा की. इस प्रणाली को बेंगलुरु में आयोजित किये जा रहे एयरो इंडिया-2017 एयर शो के दौरान अनावरित किया गया.
इसके अतिरिक्त रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के भारतीय मल्टीतरोल हेलीकॉप्टर (आईएमआरएच) के मॉडल का भी अनावरण किया. यह प्रणाली भारतीय वायुसेना को विशेष स्थान दिलाने में अहम भूमिका निभा सकती है.
नेत्र प्रणाली के मुख्य बिंदु
• यह एक स्वदेश विकसित एयरबोर्न अर्ली वॉर्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम है.
• नेत्र दुश्मन की मिसाइल एवं विमान को जमीन, समुद्र और आकाश में 200 किलोमीटर के दायरे में पता लगाने में सक्षम है.
• इसे ब्राज़ील के लड़ाकू विमान एम्ब्रेयर-145 में भी लगाया गया है.
• इस प्रणाली का विकास महिला वैज्ञानिक जे. मंजुला के नेतृत्व में डीआरडीओ की प्रयोगशाला में किया गया.
भारतीय मल्टीेरोल हेलीकॉप्टर
• हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड देश में 12 टन का आईएमआरएच विकसित कर रहा है. 24 सीटों वाला यह हेलीकॉप्टर लगभग 20,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ सकेगा और 3,500 किलो भार वहन करने में सक्षम होगा.
• हेलीकॉप्टर सैन्य ट्रांसपोर्ट, घायलों को निकालने, लड़ाई के दौरान खोज एवं बचाव अभियान, वीआईपी/वीवीआईपी लोगों को लाने-ले जाने और एयर एंबुलेंस के काम में उपयोगी सिद्ध हो सकता है.
• प्रस्तावित आईएमआरएच दो इंजनों और ऑटोमैटिक फ्लाइट कंट्रोल प्रणाली से लैस होगा.
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