18वें एशियाई खेलों के अंतिम दिन मुक्केबाज अमित पांघल और ब्रिज में पुरूष युगल जोड़ी के स्वर्ण पदकों की बदौलत भारत ने अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए खेलों का समापन किया. भारतीय पुरूष हॉकी टीम ने कांस्य पदक के मुकाबले में पाकिस्तान को हराकर कांस्य पदक जीता.
महिला स्क्वॉश टीम को फाइनल में हारने के कारण रजत पदक से संतोष करना पड़ा. भारत ने इन खेलों में 15 स्वर्ण, 24 रजत और 30 कांस्य पदक सहित कुल 69 पदक जीते.
एशियन गेम्स के इतिहास में यह भारत का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. इससे पहले भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2010 में ग्वांग्झू एशियाई खेलों में था, जब उसने 14 स्वर्ण सहित 65 पदक जीते थे. भारत ने स्वर्ण पदक के लिहाज से 1951 में दिल्ली में हुए एशियाई खेलों की बराबरी की. तब भी भारत ने 15 स्वर्ण पदक अपने नाम किए थे.
नौकायन में रजत पदक:
13वें दिन भारतीय महिला हॉकी टीम को फाइनल में जापान के खिलाफ 1-2 से हारना पड़ा और उसे रजत पदक से ही संतोष करना पड़ा. मुकाबले के 13वें दिन आज भारत दो रजत सहित छह पदक जीतने में सफल रहा. भारत ने इसमें से तीन पदक नौकायन में जीते.
महिला हॉकी के अलावा भारत को एक रजत पदक महिला वर्ग की जोड़ी वर्षा गौतम और श्वेता शर्वेगर ने दिलाया, तो कांस्य पदक वरुण ठक्कर-गणपति चेंगप्पा और हर्षिता तोमर ने दिलाया. स्क्वॉश के पुरुष वर्ग में भारतीय टीम सेमीफाइनल में हांगकांग से 0-2 से हार गई और उसे कांस्य पदक से ही संतोष करना पड़ा. बॉक्सर विकास कृष्ण ने 75 किलो वर्ग में भारत के लिए कांस्य पदक हासिल किया है.
भारतीय धावक जिनसन जॉनसन ने 18वें एशियाई खेलों के 12वें दिन पुरुषों की 1500 मीटर स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीत लिया. जिनसन ने तीन मिनट 44.72 सेकेंड का समय निकाल कर स्वर्ण पदक जीता. भारत के खाते में 12वां गोल्ड मेडल आया, जबकि एथलेटिक्स में छठा स्वर्ण पदक है. ईरान के अमीर मुरादी ने तीन मिनट 45.621 सेकंड के साथ रजत और बहरीन के मोहम्मद तौलाइ ने तीन मिनट 45.88 सेकेंड के साथ कांस्य जीता.
इस दिन भारत के खाते में 2 गोल्ड के साथ कुल पांच पदक आए. महिलाओं की 4 गुणा 400 रिले टीम ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए लगातार पांचवीं बार गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया. इसके अतिरिक्त जिनसन जॉनसन ने स्वर्ण पदक जीता. इसके अतिरिक्त भारत को 1 सिल्वर तथा 2 ब्रॉन्ज मेडल भी मिले हैं. एशियाई खेलों के 12वें दिन भारत कुल 59 पदकों के साथ पदक तालिका में 8वें पायदान पर मौजूद है. इस दौरान भारत के खाते में अब तक 13 गोल्ड, 21 सिल्वर और 25 ब्रॉन्ज मेडल आ चुके हैं.
18वें एशियाई खेलों के 11वें दिन भारत ने दो गोल्ड मेडल जीते. पंजाब के एथलीट अपरिंदर सिंह ने ट्रिपल जम्प (16.77 मीटर) में गोल्ड मेडल जीता. उज्बेकिस्तान के रसलान कुरबानोव (16.62मीटर) ने सिल्वर और चीन के शुओ काओ (16.56मीटर) ने ब्रॉन्ज मेडल जीता. भारत ने एशियन गेम्स के ट्रिपल जम्प में 48 साल बाद कोई स्वर्ण पदक जीता है. इससे पहले महिंदर सिंह ने 1970 के एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीता था.
इसके अलावा महिला 200 मीटर दौड़ में एथलेटिक्स दुती चंद ने सिल्वर मेडल जीता उन्होंने 23.20 सेकंड में अपना दौड़ पूरा कर सिल्वर मेडल पर कब्जा किया. इस स्पर्धा में बहरीन की इडिडोइंग ओडिओंग को गोल्ड मेडल मिला. टेबल टेनिस में मनिका बत्रा और अंचत शरथ की जोड़ी को ब्रॉन्ज मेडल से संतोष करना पड़ा. इस भारतीय जोड़ी को चीन के वांग चुकीन और सुन यंगशा की जोड़ी से 9-11, 5-11, 13-11, 4-11 और 8-11 से हार झेलनी पड़ी और ब्रॉन्ज मेडल से संतोष करना पड़ा.
स्वप्ना बर्मन को गोल्ड
भारत की स्वप्ना बर्मन ने एथलेटिक्स में देश को पांचवां गोल्ड मेडल दिलवाया है. 18वें एशियाई खेलों में 29 अगस्त 2018 को हेप्टैथलॉन में भारत को यह पदक मिला. इन एशियाई खेलों में यह भारत का 11वां गोल्ड है. भारत की ही पूर्णिमा हेम्बराम चौथे स्थान पर रहीं. स्वप्ना इस स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय हैं.
इक्कीस वर्षीय बर्मन ने दो दिन तक चली सात स्पर्धाओं में 6026 अंक बनाए. इस दौरान उन्होंने ऊंची कूद (1003 अंक) और भाला फेंक (872 अंक) में पहला तथा गोला फेंक (707 अंक) और लंबी कूद (865 अंक) में दूसरा स्थान हासिल किया था.
मंजीत सिंह को स्वर्ण:
18वें एशियाई खेलों के 10वें दिन मनजीत सिंह ने 800 मीटर रेस में भारत को 9वां स्वर्ण पदक दिलाया. मंजीत सिंह ने 1:46:15 मिनट में 800 मीटर की रेस पूरी की. इस स्पर्धा का रजत पदक भी भारत के खाते में आया. भारत के जिनसन जॉनसन ने 1:46:35 मिनट का समय निकालकर दूसरा स्थान हासिल किया और रजत पदक जीता. कतर के अबु बाकर अब्दुल्ला 1:46:38 मिनट के समय के साथ तीसरे स्थान पर रहे और उन्होंने कांस्य पदक जीता.
32 साल बाद गोल्ड |
भारत ने 32 साल बाद एशियाड में पुरुषों की 800 मीटर रेस में स्वर्ण पदक जीता है. इससे पहले वर्ष 1982 में चार्ल्स बोरोमियो ने स्वर्ण जीता था. यदि एशियाई खेलों की इस स्पर्धा में स्वर्ण और रजत एक साथ जीतने की बात करें तो यह उपलब्धि भारत को 67 साल बाद हासिल हुई है. इससे पहले वर्ष 1951 में रंजीत सिंह ने स्वर्ण और कुलवंत सिंह ने रजत पदक जीता था. |
इसके अतिरिक्त 4x400 मिक्स्ड रिले में भारतीय टीम ने रजत पदक जीता. मोहम्मद अनस, पुवम्मा राजू माचित्रा, हिमा दास और राजीव अरोकिया वाली भारतीय टीम ने 3:15:71 मिनट का समय निकाला. इस स्पर्धा का स्वर्ण पदक बहरीन ने जीता.
इससे पहले भारत ने महिला और पुरुष तीरंदाजी की कम्पाउंड स्पर्धा में 2 रजत पदक जीते. महिला टीम को कोरिया ने 231-228 से हराया. शूटऑफ में पहले निशाने में कोरिया ने 10 और भारत ने 9 अंक हासिल किए. दूसरे में भारत ने 10 जबकि कोरिया को 9 अंक मिले जिससे भारत को रजत पदक प्राप्त हुआ.
पारंपरिक मार्शल आर्ट कुराश में भारत की पिंकी बल्हारा ने महिलाओं के 52 किग्रा वर्ग में रजत पदक जीता. इसी वर्ग में भारत की मालाप्रभा यल्लप्पा जाधव सेमीफाइनल में हार गईं लेकिन उन्हें कांस्य पदक मिला.
पी.वी. सिंधू को रजत:
पी.वी. सिंधु ने 28 अगस्त 2018 को एशियन गेम्स के इतिहास में बैडमिंटन का रजत पदक जीतने वाली पहली भारतीय शटलर बन गईं हैं. दरअसल, सिंधु को विश्व नंबर 1 ताई ज़ू यिंग से हारकर रजत पदक से संतोष करना पड़ा. इसके साथ ही सिंधु ने 2018 एशियन गेम्स में भारत के लिए 16वां रजत और कुल 44वां पदक जीत लिया. भारत ने पहली बार एशियाई खेलों में बैडमिंटन में दो एकल पदक जीते हैं. साइना को सेमीफाइनल में ताइ ने ही हराया था. पीवी सिंधु इससे पहले गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों के फाइनल में साइना से हारी थी जबकि विश्व चैम्पियनशिप के फाइनल में उसे स्पेन की कैरोलिना मारिन ने मात दी थी.
नीरज चोपड़ा ने शानदार प्रदर्शन कर 27 अगस्त 2018 को 18वें एशियन गेम्स में भारत को पुरुषों की भाला फेंक में स्वर्ण पदक दिलाया. नीरज ने 88.06 मीटर की दूरी तक भाला फेंकते हुए पहला स्थान हासिल किया. गोल्ड जीतने के बाद 20 वर्षीय नीरज चोपड़ा ने अपना मेडल दिवंगत 16 अगस्त को इस दुनिया से रुखसत हुए पूर्व पीएम अटलबिहारी वाजपेयी को समर्पित किया. नीरज ने पहले प्रयास में 83.46 मीटर की दूरी की और फिर तीसरे प्रयास में 88.06 मीटर तक भाला फेंका. चीन के लियू क्विझेन ने 82.22 मी. के साथ रजत और पाकिस्तान के अरशद नदीम ने 80.75 मी. के साथ कांस्य पदक जीता.
भारत की सुधा सिंह ने 27 अगस्त 2018 को 18वें एशियन गेम्स के 9वें दिन महिलाओं की 3000 मीटर स्टेपलचेज़ स्पर्धा में रजत पदक अपने नाम किया. 32 वर्षीय सुधा ने 9:40 मिनट का समय लेकर फाइनल में दूसरा स्थान पाया और अपने तीसरे एशियन गेम्स में दूसरा पदक जीता. इससे पहले सुधा ने 2010 में इसी स्पर्धा में स्वर्ण जीता था.
महिला ऐथलीट नीना वाराकिल ने एशियन गेम्स में 9वें दिन लंबी कूद (लॉन्ग जंप) में रजत पदक जीत लिया. 6.51 अंक हासिल कर फाइनल में दूसरे स्थान पर रहीं नीना पूर्व ऐथलीट अंजू बॉबी जार्ज (2006) के बाद लंबी कूद में पदक जीतने वाली पहली भारतीय हैं. 28 वर्षीय नीना 0.4 अंक से स्वर्ण पदक जीतने से चूक गईं.
18वें एशियन गेम्स के सातवें दिन भारत के खिलाड़ी तेजिंदरपाल सिंह तूर ने पुरुषों की शॉट पुट स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीता. जर्काता में उन्होंने अपने पांचवें प्रयास में 20.75 मीटर गोला फेंक भारत के लिए एशियाई खेलों का सातवां गोल्ड मेडल जीता. तूर का यह प्रयास एशियन गेम्स में नया रेकॉर्ड है. यह एशियाई खेलों का रेकॉर्ड भी है.
तेजिंदरपाल सिंह ने ओम प्रकाश करहाना के नाम पर दर्ज 20.69 मीटर का छह साल पुराना रेकॉर्ड तोड़ा. तेजिंदर मैदान में सबसे प्रबल दावेदार के तौर पर उतरे थे और इन उम्मीदों पर खरे उतरे. मौजूदा सत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन उनके ही नाम दर्ज था. इससे पहले उनका व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 20.24 मीटर का था जो उन्होंने पिछले साल हासिल किया था. चीन के लियू येंग ने 19.52 मीटर के साथ सिल्वर और कजाखस्तान इवान इवानोव ने ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा किया.
एशियन गेम्स में आठवें दिन 26 अगस्त 2018 को भारतीय खिलाड़ी कोई गोल्ड मेडल नहीं जीत पाए लेकिन कुल 5 सिल्वर मेडल देश के नाम करने में कामयाब रहे. भारतीय धाविका हिमा दास ने महिला 400 मीटर में नए राष्ट्रीय रेकॉर्ड के साथ सिल्वर मेडल जीता और पुरुष वर्ग में मोहम्मद अनस ने भी क्षेत्रीय स्तर पर अपना दबदबा कायम रखते हुए एशियाई खेलों में दूसरा स्थान हासिल किया. फर्राटा धाविका दुती चंद 100 मीटर में सिल्वर मेडल जीतने में सफल रहीं. इसके अलावा घुड़सवारी में 2 सिल्वर जीतने में कामयाबी मिली.
हिमा दास ने 50.59 सेकंड के समय के साथ सिल्वर जीता और साथ ही दो दिन में दूसरी बार राष्ट्रीय रेकॉर्ड तोड़ा. एशियाई चैंपियन अनस ने 45.69 सेकंड के समय के साथ रजत पदक जीता। दुती ने 11.32 सेकेंड का समय लिया. फवाद मिर्जा एशियाई खेलों की घुड़सवारी प्रतियोगिता में 1982 के बाद व्यक्तिगत पदक जीतने वाले पहले भारतीय बने.
टेनिस में स्वर्ण:
भारतीय टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना और दिविज शरन की जोड़ी ने 18वें एशियाई खेलों में छठे दिन 24 अगस्त 2018 को भारत को स्वर्ण पदक दिलाया. भारत को छठे दिन मिलने वाला यह दूसरा गोल्ड मेडल है. शूटिंग में महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में हीना सिद्धू को कांस्य पदक मिला
भारतीय जोड़ी ने खिताबी मुकाबले में कजाखस्तान की एलेक्जेंडर बुबलिक और डेनिस येवसेव की जोड़ी को 52 मिनटों के भीतर सीधे सेटों में 6-3, 6-4 से मात देकर जीत हासिल की. टेनिस में मिलने वाल यह दूसरा पदक है. अंकिता रैना ने महिला सिंगल्स में ब्रॉन्ज मेडल जीता था.
वहीँ दूसरी ओर, भारत की अनुभवी निशानेबाज हीना सिद्धू ने निशानेबाजी में महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में कांस्य पदक जीता. राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता हीना ने फाइनल में 219.2 अंकों के साथ तीसरा स्थान हासिल किया. इस स्पर्धा में शामिल राष्ट्रमंडल खेलों की पदक विजेता मनु भाकर पदक नहीं जीत पाईं. उन्हें 176.2 अंकों के साथ पांचवां स्थान हासिल हुआ.
नौकायन में गोल्ड:
इंडोनेशिया के जकार्ता और पालेमबर्ग में चल रहे 18वें एशियन गेम्स के छठे दिन भारत ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है. भारतीय नौकायन (रोइंग) टीम ने पुरुषों की क्वाडरपल स्कल्स स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीता है.
एशियाई खेल 2018 में यह भारत का पांचवां गोल्ड मेडल है. स्वर्ण सिंह, दत्तु भोकनल, ओम प्रकाश और सुखमीत की टीम ने भारत को रोइंग में स्वर्ण पदक दिलाया है. एशियाई खेलों के इतिहास में नौकायन (रोइंग) स्पर्धा में क्वाडरपल स्कल्स में भारत का दूसरा गोल्ड मेडल है. इससे पहले बजरंग लाल ठाकुर ने 2010 में पुरुषों की सिंगल स्कल्स स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीता था. भारतीय टीम ने फाइनल में 6 मिनट और 17.13 सेकेंड का समय लिया तथा पहला स्थान हासिल किया. इस स्पर्धा का रजत पदक इंडोनेशिया और कांस्य पदक थाईलैंड को हासिल हुआ.
इसके अतिरिक्त भारत के खिलाड़ी रोहित कुमार और भगवान सिंह ने पुरुषों की लाइटवेट डबल्स स्कल्स में ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया है. भारतीय खिलाड़ी दुष्यंत चौहान ने भी पुरुषों की लाइटवेट सिंगल स्कल्स स्पर्धा में ब्रॉन्ज मेडल जीता है.
राही सरनोबत:
भारत की महिला शूटर राही सरनोबत ने 22 अगस्त 2018 को 25 मीटर पिस्टल इवेंट में भारत को गोल्ड मेडल जिताया. उनके अतिरिक्त भारत को चार कांस्य पदक वुशु में भी हासिल हुए. सरनोबत ने थाइलैंड की यांगपाइबून नफसवण को हराकर यह गोल्ड जीता है.
राही और थाइलैंड की नपासवान यांगपैबून दोनों का स्कोर समान 34 होने पर शूट ऑफ का सहारा लिया गया. पहले शूट ऑफ में राही और यांगपैबून ने पांच में से चार शाट लगाए। इसके बाद दूसरा शूट ऑफ हुआ जिसमें भारतीय निशानेबाज जीत दर्ज करने में सफल रहीं.
इंडोनेशिया में खेले जा रहे 18वें एशियाई खेलों के पांचवें दिन का पहला पदक टेनिस में अंकिता रैना के दिलाने के बाद 15 साल के शूटर शार्दुल विहान ने डबल ट्रैप स्पर्धा में रजत पदक जीतकर भारत का मान बढ़ाया है.
सौरभ चौधरी:
भारत के 16 वर्षीय निशानेबाज सौरभ चौधरी ने 21 अगस्त 2018 को एशियाई खेलों में इतिहास रच दिया. सौरभ चौधरी ने 10 मीटर एयर राइफल पिस्टल स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीता. इसी स्पर्धा में हरियाणा के 29 वर्षीय अभिषेक वर्मा ने ब्रॉन्ज मेडल जीता. इनके अतिरिक्त संजीव राजपूत ने सिल्वर मेडल जीता.
सौरभ चौधरी ने क्वालिफिकेशन के दौरान 99, 99, 93, 98, 98, 99 के शॉट्स जमाते हुए 586 का स्कोर किया और वह शीर्ष पर रहे. चौधरी ने तीन बार 99 का स्कोर किया और कोरिया को ओलंपिक में मेडल दिला चुके जिन जिंगोह को पीछे छोड़ा, जिन्होंने 584 का स्कोर किया.
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के सौरभ ने जून 2018 में 10 मीटर एयर पिस्टल में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचा था. उन्होंने जर्मनी के सुस में हुए आईएसएसएफ जूनियर वर्ल्ड कप के फाइनल में 243.7 का स्कोर किया था, जो जूनियर वर्ल्ड रिकॉर्ड बना था. संजीव राजपूत ने 50 मीटर राइफल में दूसरे स्थान पर रहते हुए सिल्वर मेडल के लिए निशाना लगाया.
विनेश फोगाट:
विनेश फोगाट ने 20 अगस्त 2018 को महिलाओं के 50 किलोग्राम फ्रीस्टाइल कुश्ती के फाइनल में जापान की युकी आइरी को हराकर एशियन गेम्स के इतिहास में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बन गईं. 2 बार कॉमनवेल्थ गेम्स चैंपियन विनेश का टूर्नामेंट इतिहास में यह दूसरा पदक है. इससे पहले विनेश 2014 के एशियन गेम्स में कांस्य जीत चुकी हैं.
लक्ष्य शेरॉन:
18वें एशियन गेम्स में 20 अगस्त 2018 को पुरुष ट्रैप स्पर्धा फाइनल में निशानेबाज़ लक्ष्य शेरॉन ने 43 अंकों के साथ रजत पदक जीतकर टूर्नामेंट में भारत को चौथा पदक दिलाया. चीनी ताइपे निशानेबाज़ यांग कुुंपी ने 48 अंक हासिल कर विश्व रिकॉर्ड की बराबरी कर स्वर्ण पदक जीता. वहीं, इस स्पर्धा में भारत के मानवजीत सिंह संधू चौथे नंबर पर रहे.
बजरंग पूनिया:
भारत के प्रसिद्ध कुश्ती खिलाड़ी बजरंग पूनिया ने एशियाई खेलों में भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाया है. 18वें एशियाई खेलों के पहले दिन 19 अगस्त 2018 को पहलवान बजरंग पूनिया ने भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाया.
बजरंग पूनिया ने अपना यह स्वर्ण पदक पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी को समर्पित किया. इसके साथ ही वे एशियाई खेलों में गोल्ड मेडल जीतने वाले भारत के 9वें पहलवान बन गये. भारत ने एशियाई खेलों में अब तक कुल 10 गोल्ड मेडल जीते हैं. करतार सिंह भारत के एकमात्र पहलवान हैं, जो दो एशियाई खेलों (1978 बैंकाक और 1986 सियोल) में स्वर्ण पदक जीते चुके हैं.
बजरंग पूनिया के बारे में:
• बजरंग ने प्री-क्वार्टर, क्वार्टर और सेमीफाइनल मुकाबले 4 मिनट से कम समय में जीते.
• बजरंग 2014 इंचियोन एशियन गेम्स में 61 किग्रा वर्ग में सिल्वर मेडल जीत चुके हैं.
• बजरंग ने एशियाई खेलों से पहले लगातार तीन स्वर्ण पदक अपने नाम किये थे. उन्होंने गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में, जार्जिया में तबलिसी ग्रां प्री और इस्तांबुल में यासर दोगु अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में खिताब जीता था.
• चौबीस वर्षीय पूनिया झज्जर, हरियाणा के रहने वाले हैं. उनका जन्म 26 फरवरी 1994 को हुआ था.
एशियाई खेल 2018 पदक तालिका | |||||
रैंक | देश | स्वर्ण | रजत | कांस्य | कुल |
1 | चीन | 132 | 92 | 65 | 289 |
2 | जापान | 75 | 56 | 74 | 205 |
3 | कोरिया | 49 | 58 | 70 | 177 |
4 | इंडोनेशिया | 31 | 24 | 43 | 98 |
5 | उज्बेकिस्तान | 21 | 24 | 25 | 70 |
6 | ईरान | 20 | 20 | 22 | 62 |
7 | चाइनीज़ ताईपेई | 17 | 19 | 31 | 67 |
8 | भारत | 15 | 24 | 30 | 69 |
9 | कजाखिस्तान | 15 | 17 | 44 | 76 |
10 | डीपीआर कोरिया | 12 | 12 | 13 | 37 |
एशियाई खेलों के बारे में
• एशियाई खेलों को एशियाड के नाम से भी जाना जाता है.
• यह प्रत्येक चार वर्ष बाद आयोजित होने वाली बहु-खेल प्रतियोगिता है जिसमें केवल एशिया के विभिन्न देशों के खिलाड़ी भाग लेते हैं.
• इन खेलों का नियामन एशियाई ओलम्पिक परिषद द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय ओलम्पिक परिषद के पर्यवेक्षण में किया जाता है.
• प्रत्येक प्रतियोगिता में प्रथम स्थान के लिए स्वर्ण, दूसरे के लिए रजत और तीसरे के लिए कांस्य पदक दिए जाते हैं.
• प्रथम एशियाई खेलों का आयोजन दिल्ली, भारत में वर्ष 1951 में किया गया था, जहां इस मशाल को सबसे पहली बार प्रज्जवलित किया गया था.
• दूसरी बार भारत ने वर्ष 1982 में पुनः इन खेलों की मेज़बानी की.
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