एक नए अध्ययन के अनुसार, प्लेटलेट से रक्त में संचरित 60 फीसदी मलेरिया परजीवी नष्ट हो जाते हैं. रक्त में पाए जाने वाला प्लेटलेट मानव शरीर की प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाने में सहायक होता है और मलेरिया बुखार से बचाता है.
अध्ययन में पाया गया कि मलेरिया से पीड़ित मरीजों के रक्त में स्थित प्लेटलेट में मलेरिजा के परजीवी को नष्ट करने की क्षमता होती है. मलेरिया के प्रमुख परजीवी प्लाज्मोडियम फालसिपैरम, पी. मलेरिये, पी. विवाक्स और पी. क्नोलेसी हैं जिनसे मानव की मौत हो जाती है.
अध्ययन से संबंधित मुख्य तथ्य:
• शोध में 376 लोगों को शामिल किया गया था. ये सभी पापुआ, इंडोनेशिया और मलेशिया के सबाह के निवासी थे. इनमें से कुछ मलेरिया से पीड़ित थे और कुछ लोग पीड़ित नहीं थे.
• अध्ययन में यह पाया गया कि प्लेटलेट से क्लीनिकल मलेरिया में करीब 20 फीसदी प्लाज्मोडियम पैरासाइट नष्ट हो जाते हैं और पी. विवाक्स में इसकी दर 60 फीसदी तक हो सकती है.
• अध्ययन से पता चला कि प्लेटलेट मानव लाल कोशिकाओं से बंधे हैं, जिनमें मलेरिया परजीवी होते हैं और लाल कोशिका पीएफ 4 में जारी करके परजीवी को मार देते हैं.
• यह शोध 'ब्लड' नामक जर्नल में प्रकाशित हुआ है.
• मानवीय संक्रमण के रोग में प्लेटलेट द्वारा रक्षा किए जाने का पहला प्रत्यक्ष प्रमाण है.
शरीर में कितनी होनी चाहिए प्लेटलेट्स:
एक स्वस्थ इंसान के शरीर में प्लेटलेट्स की मात्रा एक वर्ग मिलीलीटर रक्त में प्लेटलेट्स की संख्या डेढ से चार लाख तक होती है. इनका मुख्य कार्य चोट लगने पर खून के जमने की प्रक्रिया को तेज करके ब्लीडिंग को रोकना है.
खून में प्लेटलेट्स के कम होने का मतलब यह है कि या तो शरीर में ये कम बन रही हैं या फिर ठीक मात्रा में बनने के बावजूद शायद किसी कारण से नष्ट होती जा रही हैं. सामान्यतौर पर तो ये डेंगू या ऐसे ही किसी इन्फेक्शन से नष्ट होती हैं, लेकिन कभी-कभी यह अपने आप में एक बुनियादी बीमारी भी हो सकती है.
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