आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और 5 जी सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने के तरीकों पर चर्चा करने के लिए 24 अगस्त, 2020 को ब्रिक्स देशों के उद्योग मंत्रियों ने वीडियो बैठक में भाग लिया था.
इस पांच सदस्य-देशों की बैठक, जिसमें ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं, ने नए उद्योगों जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, 5 जी, और औद्योगिक इंटरनेट में सहयोग पर एक संयुक्त बयान दिया है.
चीन के उद्योग और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री, जिओ यक़िंग ने यह कहा है कि, ब्रिक्स के साथ व्यावहारिक सहयोग को मजबूत करने के लिए चीन में ब्रिक्स इनोवेशन बेस की स्थापना के बारे में बीजिंग सक्रिय रूप से विचार कर रहा है.
मुख्य विशेषताएं
• ब्रिक्स उद्योग मंत्रियों की वीडियो बैठक सितंबर 2020 की शुरुआत में ब्रिक्स के विदेश मंत्रियों की प्रस्तावित बैठक से पहले हुई है, जिसे वर्तमान ब्रिक्स अध्यक्ष रूस द्वारा संचालित किया गया है.
• इस बैठक के दौरान, चीन ने ब्रिक्स देशों से यह आग्रह किया है कि, वे डिजिटल परिवर्तन, विशेष रूप से एआई, डिजिटल अर्थव्यवस्था और 5 जी में अपने सहयोग को मजबूत करें.
• इस बैठक में उद्यमों के डिजिटल परिवर्तन और उनकी नवाचार क्षमताओं को बढ़ावा देने के लिए और स्थायी सामाजिक और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए भी सहयोग को प्रोत्साहित किया गया.
• जिओ याक़िंग ने इस बात पर जोर दिया कि, ब्रिक्स देशों को संचार को मजबूत करने, आर्थिक सुधार को बढ़ावा देने और महामारी नियंत्रण और रोकथाम में अपने अनुभव साझा करने, काम और उत्पादन फिर से शुरू करने, चिकित्सा आपूर्ति की गारंटी देने और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए आपस में पूरा सहयोग करना चाहिए.
• विकास के लचीलेपन को बढ़ाने, औद्योगिक और आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत करने, एक अच्छा विकास वातावरण बनाने की आवश्यकता और जोखिमों का जवाब देने के लिए इन देशों की क्षमताओं को बढ़ाने के बारे में भी चर्चा की गई.
भारत और चीन के बीच आर्थिक संबंध प्रभावित
वर्तमान में, 15 जून, 2020 को गल्वान घाटी में टकराव के बाद, भारत और चीन के द्विपक्षीय संबंध एक कठिन दौर से गुजर रहे हैं. इस घटना ने दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को भी प्रभावित किया है क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ के विजन के तहत भारत ने आत्मनिर्भरता का रास्ता अपनाया है और केवल आवश्यक वस्तुओं के लिए ही आयात करने का निश्चय किया है.
हाल ही में, भारत ने कुछ चीनी ऐप्स पर भी प्रतिबंध लगा दिया था और चीन सहित अपने पड़ोसी देशों से विदेशी निवेश के लिए सख्त जांच प्रक्रिया अपनाई थी. भारत भी अब सिर्फ एक देश पर पूरी तरह निर्भर रहने के बजाय अपनी आपूर्ति श्रृंखला को अधिक विविध और लचीला बनाने पर सहजता से काम कर रहा है.
मौजूदा कोविड -19 के कारण, रूस ने जुलाई 2020 में एससीओ और ब्रिक्स शिखर सम्मेलन को स्थगित कर दिया था. यह शिखर सम्मेलन जून में भारत और चीन के बीच सीमा विवाद शुरू होने के बाद एक मीटिंग पॉइंट हो सकता था.
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