वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि इस बार का बजट डिजिटल बजट है. ये ऐसे समय में आ रहा है जब देश की जीडीपी लगातार दो बार माइनस में गई है, लेकिन ये ग्लोबल इकोनमी के साथ ऐसा ही हुआ है. साल 2021 ऐतिहासिक साल होने जा रहा है, जिसपर देश की नजर है.
एक फरवरी को पेश होने वाले बजट से आयकर दाताओं को बड़ी उम्मीद है. करदाता आयकर में छूट की मांग कर रहे हैं. करदाताओं का कहना है कि पांच लाख तक की आय को कर मुक्त किया जाए. बजट को लेकर सबसे ज्यादा उत्सुकता आयकर दाताओं को रहती है. हर साल की तरह वे इनकम टैक्स में छूट की मांग कर रहे हैं.
कर (टैक्स) प्रावधान और वित्तीय क्षेत्र: मुख्य बिंदु
• वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ऐलान किया कि जब दुनिया इतने बड़े संकट से गुजर रही है, तब सभी की नजरें भारत पर हैं. ऐसे में हमें अपने टैक्सपेयर्स को सभी सुविधाएं देनी चाहिए.
• वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सीनियर सिटीजन के लिए स्पेशल ऐलान किया. 75 साल से अधिक उम्र वाले सीनियर सिटीजन को अब टैक्स में राहत दी गई है. अब 75 साल से अधिक उम्र वालों कों ITR नहीं भरना होगा.
• निर्मला सीतारमण ने ऐलान किया कि एनआरआई लोगों को टैक्स भरने में काफी मुश्किलें होती थीं, लेकिन अब इस बार उन्हें डबल टैक्स सिस्टम से छूट दी जा रही है.
• वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ऐलान किया है कि स्टार्ट अप को जो टैक्स देने में शुरुआती छूट दी गई थी, उसे अब 31 मार्च, 2022 तक बढ़ा दिया गया है.
• आईडीबीआई बैंक के साथ साथ दो बैंक और एक पब्लिक सेक्टर कंपनी में विनिवेश होगा। इसके लिए कानून में बदलाव होंगे. LIC के लिए भी IPO लाया जाएगा.
• वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2021-22 में व्यक्तिगत आयकर दरों/स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया. नई वैकल्पिक व्यवस्था के तहत, 2.5 लाख रुपये की आय पर कोई कर नहीं लगता जबकि 2.5-5 लाख रुपये की आय पर 5 प्रतिशत और 5-7.5 लाख रुपये आय पर 10 प्रतिशत टैक्स लगता है.
टैक्स भरने वाले करदाताओं को इस बार भी बजट में कुछ खास नहीं मिला है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से टैक्स स्लैब में कोई भी बदलाव नहीं किया गया है. ऐसे में मिडिल क्लास को बजट से पहले जितनी भी उम्मीदें थी, वो वैसी की वैसी ही रह गई हैं.
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