केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने 20 फरवरी 2018 को 60,000 करोड़ रुपए के राष्ट्रीय शहरी आवास कोष (एनयूएचएफ) के गठन को मंजूरी दे दी है. यह बैठक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई.
निर्माण सामग्री एवं प्रौद्योगिकी संवर्धन परिषद (बीएमटीपीसी):
- यह कोष निर्माण सामग्री एवं प्रौद्योगिकी संवर्धन परिषद (बीएमटीपीसी) में होगा.
- बीएमपीटीसी आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय का एक स्वायत्ताशासी निकाय है, जो संस्था पंजीकरण अधिनियम 1860 के तहत पंजीकृत है.
- परिषद छोटे, लघु, मझौले तथा बड़े स्तर की उत्पादन ईकाइयों की स्थापना में रूचि रखने वाले उद्यमियों के लाभ के लिये प्रामाणिक नई प्रौद्योगिकियों का प्रचार करने का प्रयास करती है.
- परिषद की संरचना, वित्तीय संस्थाओं की सहायता से अनुसंधान संस्थाओं द्वारा विकसित प्रौद्योगिकियों और निर्माण सामग्रियों के विस्तार तथा प्रयोग का कार्य करने और समर्थकारी विनियामक वातावरण के लिये की गई है.
मंजूरी से संबंधित मुख्य तथ्य:
मंत्रालय ने प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत अब तक 39.4 लाख मकानों के निर्माण की मंजूरी दी है. राज्यों और संघ शासित प्रदेशों की ओर से योजना को अच्छी प्रतिक्रिया मिली है.
योजना के तहत करीब दो-तीन लाख मकान हर महीने मंजूर किए जा रहे हैं. अब तक 17 लाख से ज्यादा मकानों का निर्माण शुरू हो चुका है और पांच लाख मकान बनकर तैयार हो चुके हैं.
वीडियो: इस सप्ताह के करेंट अफेयर्स घटनाक्रम जानने के लिए देखें
प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत ऋण आधारित ब्याज सब्सिडी योजना (सीएलएसएस) के तहत जहां आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस), निम्न आय वर्ग (एलआईजी) और मध्य आय वर्ग (एमआईजी) के लाभार्थियों के लिए कर्ज की व्यवस्था बैंकों और एचएफसी की ओर से की गई है, वहां से लगातार अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है.
योजना के तहत पिछले आठ महीनों में करीब 87 हजार आवास ऋण मंजूर किए जा चुके हैं और 40,000 आवेदन विचारार्थ हैं.
देश की आजादी के 75 साल पूरे होने के मौके पर वर्ष 2022 तक 1.2 करोड़ मकानों की कमी को पूरा करते हुए देश में सबके लिए आवास सुनिश्चित करने का लक्ष्य रखा गया है.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation