केंद्र सरकार ने मुंबई स्थित हाफकिन बायो फार्मास्युटिकल को भारत बायोटेक (Bharat Biotech) की एंटी कोरोना वैक्सीन कोवैक्सीन (Covaxin) बनाने की अनुमति दे दी है. मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) के अधिकारी के अनुसार, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पहले केंद्र से अनुरोध किया था कि वह हाफकिन इंस्टीट्यूट को कोवैक्सीन का उत्पादन करने की अनुमति दे.
वर्तमान में इसका निर्माण हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक कर रहा है. उद्धव सरकार की अपील पर मुहर लगाते हुए केन्द्र ने अपनी मंजूरी दे दी है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अनुमति देने के लिए केन्द्र सरकार को धन्यवाद दिया.
ऑक्सिजन की मांग प्रतिदिन 2,000 मीट्रिक टन
मुख्यमंत्री ठाकरे ने 15 अप्रैल 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में कहा कि राज्य में उत्पादित 1,200 मीट्रिक टन से अधिक ऑक्सिजन की आवश्यकता है. अप्रैल के आखिर तक ऑक्सिजन की मांग प्रतिदिन 2,000 मीट्रिक टन तक जा सकती है.
ऑक्सिजन लेने के लिए मंजूरी
केंद्र सरकार ने देश के पूर्व और दक्षिण इलाकों से स्टील परियोजना से ऑक्सिजन लेने के लिए मंजूरी दी है. राज्य सरकार स्थानीय इलाकों और आस-पास से ऑक्सिजन उपलब्ध करा रही है, लेकिन समय बचाने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन कानून के तहत ऑक्सिजन को हवाई मार्ग से लाने के लिए तत्काल कार्रवाई करना आवश्यक है.
मिशन कोविड सुरक्षा
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा था कि ‘मिशन कोविड सुरक्षा’ के तहत हाफकिन बायो फार्मास्युटिकल को आइसीएमआर द्वारा तकनीक के हस्तांतरण की अनुमति मिलनी चाहिए जिससे कोरोनावायरस वैक्सीन का निर्माण किया जा सके. इसे फर्म फिल और फिनिश ऑपरेशंस के साथ आरंभ किया जा सकता है. इस फर्म में 126 मिनियन वैक्सीन निर्माण का लक्ष्य रखा गया है.
बड़े पैमाने पर टेस्टिंग
मुख्यमंत्री ठाकरे का कहना है कि राज्य में बड़े पैमाने पर टेस्टिंग की जा रही है और इसे लगातार बढ़ाया जा रहा है. बता दें कि हाफकिन राज्य सरकार के स्वामित्व वाला एक सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम है. हाफकिन ने इससे पहले भी कई तरह के टीके विकसित किए हैं जिनमें एंटी-रेबीज सीरम, एंटी-वेनम सीरम, ओरल पोलियो वैक्सीन आदि प्रमुख हैं.
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