Dengue outbreak: देश में इन दिनों त्योहारी सीजन जारी है और इस बीच कोरोना वायरस (Corona virus), डेंगू (Dengue) समेत कई वायरस अपना कहर बरपा रहे हैं. कोरोना के बाद अब डेंगू का खतरा मंडरा रहा है. केंद्र सरकार ने 03 नवंबर 2021 को उच्च स्तर की टीमों को नौ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में भेजा, जहां डेंगू के मामले अधिक थे.
देश में डेंगू के अब तक 1,16,991 केस मिल चुके हैं. दिल्ली में अकेले 1,530 केस सामने आए हैं. इनमें से 1200 केस अक्टूबर में मिले हैं. ये पिछले चार साल में सबसे ज्यादा हैं. इससे पहले 2017 में दिल्ली में अक्टूबर में डेंगू के 2022 केस मिले थे. दिल्ली में डेंगू के साथ साथ चिकनगुनिया-मलेरिया के केस भी बढ़ रहे हैं. अब तक दिल्ली में मलेरिया के 160 केस जबकि चिकनगुनिया के 81 केस सामने आए हैं.
केंद्र सरकार ने 9 राज्यों में भेजी टीम
केंद्र सरकार डेंगू के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए एक्टिव मोड में आ गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने डेंगू से सबसे ज्यादा संक्रमित 9 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में एक्सपर्ट की टीमें भेजी हैं, ताकि बीमारी के नियंत्रण और प्रबंधन में राज्यों की मदद की जा सके. केंद्र की तरफ से जिन राज्यों में टीम भेजी गई है, वे हरियाणा, केरल, पंजाब, राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली और जम्मू कश्मीर हैं.
विशेषज्ञ दलों में ये अधिकारी शामिल
विशेषज्ञ दलों में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र और मच्छर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अधिकारी शामिल हैं. नौ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक और प्रमुख सचिवों (स्वास्थ्य) को पत्र भेजा गया है. इसमें कहा गया है कि सक्षम प्राधिकारी द्वारा डेंगू के प्रकोप से निपटने के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों सहित तकनीकी मार्गदर्शन प्रदान करके राज्य सरकारों की सहायता के लिए केंद्रीय दलों की तैनाती करने का निर्णय लिया गया है.
डेंगू के बारे में
गौरतलब है कि डेंगू के वायरस संक्रमित एडीज प्रजाति के मच्छरों के काटने से लोगों में फैलते हैं. डेंगू का इलाज समय पर करना बहुत जरुरी होता हैं. आमतौर पर डेंगू का लार्वा बारिश के बाद जमा हुए साफ पानी, घर के कूलर सहित अन्य ऐसी जगहों पर पनपता है. मादा एडीज मच्छर के काटने पर डेंगू वायरस हमारे शरीर में रक्त में प्रवाहित होते हैं और हमारी बॉ़डी को प्रभावित करने लगते हैं. मादा एडीज मच्छर के काटने के बाद लगभग 5 दिनों के भीतर डेंगू बुखार के लक्षण नजर आने लगते हैं. इसके साथ ही शरीर में इस बीमारी के पनपने का समय 3 दिनों से लेकर 10 दिनों तक का भी हो सकता है. डेंगू के मच्छर दिन के समय ही काटते हैं.
डेंगू के लक्षण
डेंगू की शुरुआत तेज बुखार, सिर दर्द, आंखों के पीछे दर्द, जोड़ों और मांसपेशियों में तेज दर्द, थकान, मितली, उल्टी, त्वचा पर लाल चकत्ते और भूख ना लगने जैसे लक्षणों से होती है. कई दिनों के बाद, आमतौर पर 3-7 दिनों के बाद मरीज में गंभीर डेंगू के लक्षण आ सकते हैं. जैसे कि पेट में तेज दर्द, तेजी से सांस लेना, लगातार उल्टी, उल्टी में खून आना, बॉडी में लिक्विड जम जाना, मसूड़ों और नाक से खून बहना, लिवर में दिक्कत, प्लेटलेट काउंट का तेजी से गिरना और सुस्ती, बेचैनी महसूस होना इत्यादि.
डेंगू का इलाज
अगर डेंगू ज्यादा गंभीर नहीं है तो कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है. इसमें खूब आराम करना चाहिए. खून में प्लेटलेट्स की नियमित रूप से जांच करवाएं. शरीर में पानी की बिल्कुल कमी ना होने दें और खूब सारा लिक्विड डाइट लें. इस समय नारियल पानी पीना सबसे अच्छा होता है. ये प्लेटलेट्स बढ़ाने का भी काम करता है. इसके अलावा गिलोय, पपीता, कीवी, अनार, चुकंदर और हरी सब्जियों को डाइट में शामिल करें.
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