छत्तीसगढ़ सरकार ने 17 अक्टूबर 2017 को सक्षम योजना के तहत महिलाओं और उनके स्वयं-सहायता समूहों के लिए कर्ज पर ब्याज दर छह दशमलव पांच प्रतिशत से घटाकर पांच प्रतिशत करने का निर्णय लिया.
चालू वित्त वर्ष में सितम्बर तक छत्तीसगढ़ महिला कोष की विभिन्न योजनाओं के तहत करीब दो सौ उन्यासी स्वयं-सहायता समूहों को लगभग एक करोड़ रूपये दिये गए.
राज्य के महिला और बाल विकास मंत्री रमशीला साहू ने छत्तीसगढ़ महिला कोष के शासकीय निकाय की कल रायपुर में हुई बैठक में इस आशय का निर्णय लिया. इस कदम से महिला और स्व-सहायता समूहों को ऋण लेकर स्व-रोज़गार शुरू करने और आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलेगी. छत्तीसगढ़ महिला कोष राज्य के महिला और बाल विकास विभाग द्वारा महिलाओं और स्व-सहायता समूहों को आसान शर्तों पर ऋण उपलब्ध कराने के लिए संचालित किया जाता है.
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय का आई एम दैट वुमैन अभियान
महिला कोष के लक्ष्य एवं उद्देश्य
महिलाओं के सामाजिक एवं आर्थिक उत्थान के लिये ऐसी गतिविधियों का संचालन करना/करवाना जिससे महिला/महिला समूहों को वित्त पोषण, प्रशिक्षण तथा अन्य आवश्यक संसाधन उपलब्ध हो सके एवं वे आर्थिक रूप से स्वावलंबी होकर अपना एवं परिवार का जीवन यापन कर सके.
निम्नलिखित प्रयोजनों के लिये महिलाओं को ऋण/आर्थिक संसाधन उपलब्ध कराने की योजनाओं का संवर्धन, पोषण और उनमें सहायता देना, जैसे -
• उनके मौजूदा रोजगार को बनाए रखना/बढ़ावा देना
• नियोजन के और अधिक अवसर उत्पन्न करने के लिये उपयुक्त वातावरण का निर्माण
• परिसम्पत्ति सृजन
• पूंजी परिशोधन, तथा
• आकस्मिक ऋण की जरूरतों को पूरा करने के लिये प्रबंध करना.
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