चीन से एक अंतरिक्ष-खनन स्टार्ट-अप ने 27 अप्रैल, 2021 को पृथ्वी की निचली कक्षा में एक रोबोट प्रोटोटाइप लॉन्च किया है, जो एक बड़े नेट/ जाल के साथ अन्य अंतरिक्ष यानों द्वारा छोड़े गए मलबे या कचरे को हटा सकता है.
इस NEO-01 को चीन के लॉन्ग मार्च 6 रॉकेट पर अन्य उपग्रहों के साथ लॉन्च किया गया था. यह छोटे आकाशीय पिंडों का निरीक्षण करने के लिए भी अंतरिक्ष के दूरस्थ स्थानों पर पहुंच जाएगा.
इस स्पेस-माइनिंग कंपनी के अनुसार, शेन्ज़ेन स्थित ओरिजिन स्पेस द्वारा विकसित किया गया यह 30 किलो का रोबोट भविष्य की तकनीकों का मार्ग प्रशस्त करेगा जो क्षुद्रग्रहों पर खनन करने में सक्षम होंगी.
अंतरिक्ष मलबे की समस्या
विश्व स्तर पर विभिन्न देशों द्वारा अंतरिक्ष में हजारों उपग्रहों को लॉन्च किया जाता है. चूंकि कई उपग्रहों ने अपने उपयोग की निर्धारित सीमा को पार कर लिया है, उनमें से कई कबाड़/ मलबे के रूप में समाप्त हो जाते हैं जो अंततः अन्य ऑपरेटिंग उपग्रहों के लिए खतरा बनते हैं.
मलबे को हटाने की चीन की यह प्रक्रिया किस तरह से अलग होगी?
वर्ष, 2009 में जब से पहली क्षुद्रग्रह खनन कंपनी ‘वर्ल्ड प्लेनेटरी रिसोर्सेज’ की स्थापना हुई है, विश्व स्तर पर एक दर्जन से अधिक देशों ने इस अंतरिक्ष क्षेत्र में प्रवेश किया है, इसमें जापान का एस्ट्रोस्केल और अमेरिका का 3D सिस्टम शामिल हैं.
चीनी कंपनी की वेबसाइट पर उल्लिखित एक रिपोर्ट के अनुसार, जापान की एस्ट्रोस्केल तकनीक, जो अंतरिक्ष मलबे को इकट्ठा करने के लिए मैग्नेट का उपयोग करता है, के विपरीत चीन का NEO -01 मलबे को इक्कट्ठा करने के लिए एक जाल/ नेट का उपयोग करेगा और फिर, इसे पूरी तरह से अपने इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम के माध्यम से जला देगा.
क्षुद्रग्रहों के पहले वाणिज्यिक खनन के लिए चीन की योजना
चीन का ओरिजिन स्पेस वर्ष, 2045 तक क्षुद्रग्रहों के पहले वाणिज्यिक खनन को संचालित करने के लिए दर्जनों अंतरिक्ष दूरबीनें और ज्यादा अंतरिक्ष यान लॉन्च करने की योजना बना रहा है.
चीन भी इन दिनों नमूने एकत्र करने के लिए और पृथ्वी के पास के क्षुद्रग्रहों के प्रति एक रक्षा प्रणाली के निर्माण की योजना में तेजी लाने के लिए, पृथ्वी के निकट के एक क्षुद्रग्रह पर अपने जांच मिशन को उतारने के प्रयासों पर काम कर रहा है.
बीजिंग का लक्ष्य रूस और अमेरिका के बराबर के स्तर को हासिल करना है और इसकी वर्ष, 2030 तक चीन को एक प्रमुख अंतरिक्ष शक्ति में बदलने की योजना है.
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