इस वर्ष के वैश्विक जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक (CCPI) में भारत को लगातार दूसरे वर्ष भी शीर्ष 10 में स्थान दिया गया है. यह सूचकांक/ इंडेक्स 07 दिसंबर, 2020 को जर्मनी में जारी किया गया था.
जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक (CCPI) चार श्रेणियों में, 57 देशों और यूरोपीय संघ (पूरे एक ही क्षेत्र के तौर पर) के प्रदर्शन का आकलन करने के बाद तैयार किया गया है. ये सभी 57 देश और यूरोपीय संघ वैश्विक GHG उत्सर्जन के लगभग 90 प्रतिशत के लिए सामूहिक तौर पर जिम्मेदार हैं.
चार मूल्यांकन श्रेणियां निम्नलिखित हैं:
- GHG उत्सर्जन (40%)
- नवीकरणीय ऊर्जा (20%)
- ऊर्जा का उपयोग (20%)
- जलवायु नीति (20%).
मुख्य विशेषताएं
• जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक, 2021 में भारत को 10 वें स्थान पर रखा गया है. भारत पिछले वर्ष इस सूचकांक में 9 वें स्थान पर था, जबकि अब यह एक स्थान नीचे खिसक गया है.
• केवल दो G20 देश - यूके और भारत - CCPI, 2021 में उच्च रैंकर देशों में से हैं, जो वर्ष, 2020 को कवर करता है.
• अमेरिका, कनाडा, दक्षिण कोरिया, रूस, ऑस्ट्रेलिया और सऊदी अरब सहित G20 के अन्य छह देशों को सूचकांक में सबसे नीचे स्थान दिया गया है.
• जबकि अमेरिका 61 वें स्थान पर है, सऊदी अरब 60 वें स्थान पर, ईरान 59 वें स्थान पर, कनाडा 58 वें स्थान पर, ऑस्ट्रेलिया 54 वें स्थान पर और रूस 52 वें स्थान पर है.
• चीन, जो ग्रीनहाउस गैसों का सबसे बड़ा वर्तमान उत्सर्जक है, CCPI, 2021 की रिपोर्ट में 33 वें स्थान पर है.
जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक 2021 में शीर्ष 10 देश निम्नलिखित हैं:
जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक 2021 | ||
रैंक | देश | स्कोर |
1 | (किसी भी देश ने 1-3 रैंक हासिल नहीं की) |
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2 |
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3 |
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4 | स्वीडन | 74.42 |
5 | यूनाइटेड किंगडम | 69.66 |
6 | डेनमार्क | 69.42 |
7 | मोरक्को | 67.59 |
8 | नॉर्वे | 64.45 |
9 | चिली | 64.05 |
10 | भारत | 63.98 |
प्रभाव
इस वार्षिक CCPI रिपोर्ट पर अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद, कोई भी देश तापमान वृद्धि को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित रखने और इस सदी के अंत तक वैश्विक तापमान में होने वाली वृद्धि को 2 डिग्री सेल्सियस से कम रखने के पेरिस समझौते की प्रतिबद्धता को पूरा करता नहीं दिखा है.
CCPI 2021 में भारत
- भारत ने नवीकरणीय ऊर्जा को छोड़कर, सभी CCPI श्रेणियों में उच्च रेटिंग प्राप्त की है, नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में भारत का प्रदर्शन मध्यम था.
- भारत ने पिछले वर्ष नवीकरणीय ऊर्जा आपूर्ति के अपने मौजूदा शेयरों और नवीकरणीय ऊर्जा आपूर्ति के विकास के लिए क्रमशः मध्यम और उच्च प्रदर्शन किया.
- विशेषज्ञों के अनुसार, भारत की उच्च रेटिंग का श्रेय भारत के नीतिगत ढांचे के योगदान को दिया जा सकता है.
- विशेषज्ञों ने हालांकि, दीर्घकालिक योजना के लिए आवश्यकता की पहचान की है.
- ये CCPI परिणाम एक सुव्यवस्थित -2 डिग्री सेल्सियस से नीचे की माध्यम के साथ उनकी अनुरूपता के लिए इसी तरह की जरूरत दर्शाते हैं.
CCPI क्या है?
नॉट-फॉर-प्रॉफिट ऑर्गेनाइजेशन जर्मनवाच और न्यूक्लाइमेट इंस्टीट्यूट (जर्मनी) द्वारा क्लाइमेट एक्शन नेटवर्क (कैन इंटरनेशनल) के साथ मिलकर इस क्लाइमेट चेंज परफॉर्मेंस इंडेक्स को तैयार किया गया है.
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