अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के शीर्ष नेता किम जोंग उन के बीच 12 जून 2018 को हुई ऐतिहासिक शिखर वार्ता समाप्त हो गई है. दोनों नेताओं के मध्य लगभग 50 मिनट तक बातचीत हुई. वार्ता समाप्त खत्म कर बाहर निकलते हुए ट्रंप और किम मुस्कुराते नजर आए. इस दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि बैठक बेहद अच्छी रही.
अमेरिका का कोई कार्यकारी राष्ट्रपति पहली बार किसी उत्तर कोरियाई नेता से मिला है. वहीं, सत्ता संभालने के 7 साल बाद किम जोंग उन पहली बार लंबी विदेश यात्रा पर आए थे. वार्ता सिंगापुर के सेंटोसा द्वीप पर आयोजित की गई थी. मुलाक़ात समाप्त होने के बाद किम ने ट्रंप से अंग्रेजी में कहा, ''नाइस टू मीट यू, मिस्टर प्रेज़ीडेंट''.
सिंगापुर समझौता
• अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और नॉर्थ कोरियाई लीडर किम जोंग उन ने सिंगापुर समझौते पर हस्ताक्षर किये.
• दोनों नेताओं के बीच एक व्यापक दस्तावेज पर हस्ताक्षर हुए हैं, जिसमें परमाणु हथियारों के खात्मे का अहम करार भी शामिल है.
• उत्तर कोरिया के परमाणु निरस्त्रीकरण पर ट्रंप ने कहा कि हमने एक 'विशेष अनुबंध' तैयार किया है और निरस्त्रीकरण की प्रक्रिया बहुत ही जल्द शुरू हो जाएगी.
• प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान किम ने कहा हम एक बड़ी समस्या का हल करने जा रहे हैं, दुनिया एक बड़ा बदलाव देखेगी.
• प्रेस कॉनफ्रेंस के बाद ट्रंप ने कहा, किम ने एक दस्तावेज पर साइन करके कोरिया में परमाणु निरस्त्रीकरण का वादा किया है.
• किम से मुलाकात के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि हम नए अध्याय लिखने के लिए तैयार हैं.
क्यों है ऐतिहासिक? |
वर्ष 1950-53 में हुए कोरियाई युद्ध के बाद से अब तक अमेरिका और उत्तर कोरिया के नेता कभी नहीं मिले और न ही फोन पर बात की है. वर्ष 1952 में दोनों कोरिया देशों के बीच युद्ध विराम हुआ था लेकिन शांति समझौता नहीं हो पाया था. इसके बाद दोनों कोरियाई देश दो धडों में बंट गये थे, जिसमें दक्षिण कोरिया का झुकाव अमेरिका की ओर माना जाता रहा है. दूसरी ओर, उत्तर कोरिया और अमेरिका को प्रतिद्वंदी समझा जाता रहा. वर्तमान परिदृश्य में हुई किम और ट्रम्प की बैठक इसीलिए ऐतिहासिक है क्योंकि दोनों देश इतने लंबे अन्तराल के बाद मिल रहे हैं एवं विभिन्न मुद्दों का हल निकालने के लिए सार्थक चर्चा कर रहे हैं. |
सिंगापुर वार्ता के मुख्य तथ्य
• बैठक के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने किम से कहा, 'मुझे विश्वास है कि हम दोनों देशों के संबंध अच्छे होंगे.
• राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि वे इस मुलाकात के बाद वास्तव में काफी अच्छा महसूस कर रहे हैं, उन्होंने आशा जताई कि यह चर्चा और रिश्ते शानदार रहेंगे.
• अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उम्मीद जताई कि वे और किम जोंग उन मिलकर एक बड़ी समस्या और दुविधा का सामाधान निकालेंगे.
• उत्तर कोरियाइ नेता किम जोंग उन के साथ परमाणु निरस्त्रीकरण के उद्देश्य हुई बैठक में ट्रंप ने कहा हम एक साथ काम करके, इसका ख्याल रखेंगे.
• किम ने ट्रंप को संबोधित करते हुए कहा, 'आपसे मिलना इतना आसान नहीं था, मुझे खुशी है कि हम सारी बाधाओं को पार कर मिल रहे हैं.
दोनों नेताओं की बैठक केवल अनुवादक की मौजूदगी में हुई. लेकिन वरिष्ठ सलाहकार और सहयोगियों के दल के साथ हुई बैठक में अमेरिका की ओर से इस बैठक में राष्ट्रपति ट्रंप के साथ विदेश मंत्री माइक पोम्पियो, व्हाइट हाउस के चीफ़ ऑफ स्टाफ जॉन कैली और सुरक्षा सलाहकार जॉन बॉल्टन शामिल थे.
दूसरी ओर उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के साथ उनके सबसे करीबी समझे जाने वाले किम योंग चोल मौजूद थे, इसके अलावा विदेश मंत्री री योंग हो और पूर्व विदेश मंत्री री सु योंग भी मौजूद थे.
बैठक का उद्देश्य
इस बैठक का उद्देश्य द्विपक्षीय संबंधों को सामान्य बनाना और कोरियाइ प्रायद्वीप में पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण था. पिछले कुछ समय से दोनों देशों के बीच रिश्ते सामान्य नहीं रहे हैं. दोनों देशों के नेता एक-दूसरे को परमाणु हमले की धमकी देते रहे हैं इसलिए यह मुलाकात इसके चलते और भी खास मानी जा रही है.
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