भारत के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित किए गए मैन पोर्टेबल ऐंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल (एमपीएटीजीएम) का 16 सितम्बर 2018 को महाराष्ट्र के अहमदनगर रेंज पर सफल परीक्षण किया गया.
इसका पहला परीक्षण 15 सितम्बर 2018 को किया गया था. यह परीक्षण पूरी तरह से सफल रहा. बता दें कि इसे पूरी तरह भारत में ही विकसित किया गया है. इस परीक्षण से सभी मिशन उद्धेश्यों को पूरा किया गया है. दो मिशनों को अधिकतम सीमा क्षमता सहित विभिन्न श्रेणियों के लिए सफलतापूर्वक उड़ान परीक्षण कर पूरा किया गया.
मैन पोर्टेबल ऐंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल की खासियत:
• यह मिसाइल भारत की 'नाग' मिसाइल सीरीज का हिस्सा है. आसानी से ले जा सकने वाले इस मिसाइल से टैंक को ध्वस्त किया जा सकता है.
• इस तरह के हथियार होने से दुर्गम जगहों पर भी दुश्मनों के टैंक और अन्य ठिकानों को उड़ाने में सेना को काफी मदद मिलेगी.
• ये मिसाइल कंधे पर रखकर चलाई जा सकती है.
• कंधे पर रखकर चलाए जा सकने वाले इस मिसाइल की रेंज क्षमता 4 किलोमीटर तक हो सकती है.
• रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस मिसाइल का अलग-अलग रेंज और अधिकतम रेंज क्षमता के लिए परीक्षण किया गया.
ये दुनिया की सबसे अच्छी मिसाइलो में शामिल है और सफल परीक्षण के बाद इसे फ्रांस निर्मित उन मिसाइलों की जगह पर इस्लेमाल किया जाएगा जिन्हें भारत इससे पहले इस्तेमाल करता आया है. वहीं, इसके आने के बाद सोवियत रूस के दौर से इस्तेमाल हो रही मिसाइलों को भी रिप्लेस कर दिया जाएगा.
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