इथियोपिया के जल मंत्री ने 26 जून 2020 को बताया है कि तीन देशों (इथियोपिया, सूडान और इजिप्ट) के बीच 4.5 बिलियन अमरीकी डालर मूल्य के जाइंट इथियोपियन रेनेसांस डैम के संबंध में एक समझौता हुआ है और यह डैम केवल इथियोपिया के द्वारा अकेले इस्तेमाल नहीं किया जायेगा. इस समझौते के लिए कई वर्षों से इन तीनों देशों के बीच कई वर्षों से लगातार बातचीत चल रही थी.
पिछले कुछ महीने से, इथियोपिया और सूडान के बीच सीमा क्षेत्र पर गंभीर झड़पें और अभूतपूर्व वृद्धि के बारे में जानकारी मिल रही थी. अब आने वाले कुछ सप्ताह में इन तीन देशों के बीच एक समझौते होने की संभावना जताई जा रहा है जिससे आने वाले वर्षों में अफ्रीका के इस क्षेत्र में क्षेत्रीय स्थिरता अधिक बढ़ सकती है.
नील नदी
नील नदी अफ़्रीकी महाद्वीप की सबसे बड़ी नदी है. इस नदी की दो प्रमुख सहायक नदियां - वाइट नील और ब्लू नील हैं. नील नदी की ये दोनों सहायक नदियां सूडान की राजधानी, खार्तूम के पास मिलती हैं. वाइट नील और ब्लू नील दक्षिणी सुडान और इथियोपिया की तरफ़ से बहकर खार्तूम के उत्तर में आपस में मिलने से पहले ही सूडान में प्रवेश करती हैं. खार्तूम से यह नदी नीचे की तरफ़ बहती हुई इजिप्ट में जाती है.
पृष्ठभूमि
वर्ष 2011 में जब इथियोपिया ने ब्लू नील पर यह डैम बनाना शुरू किया था तो इजिप्ट ने इसका तुरंत विरोध किया था क्योंकि ब्लू नील, जो इथियोपिया में ताना लेक से निकली थी, नीचे की तरफ़ बहती हुई सुडान से इजिप्ट (मिस्र) तक जाती है. इजिप्ट जो ताज़े जल के लिए नील नदी पर निर्भर है, उसने अनुमान लगाया कि यह डैम बनने पर उसका 55.5 बिलियन क्यूबिक मीटर्स जल संसाधनों का वार्षिक हिस्सा अवरुद्ध हो सकता है.
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