कार्नेगी इंस्टीट्यूशन ऑफ साइंस (CIS) के खगोलविदों ने यह घोषणा की है कि, उन्होंने सौर मंडल में अब तक के सबसे तेज परिक्रमा करने वाले एक एस्टेरोइड/ क्षुद्रग्रह की खोज की है.
CIS के शोध नेता (रिसर्च लीडर) और खगोलशास्त्री, स्कॉट शेपर्ड ने अपने एक बयान में यह कहा है कि, हालांकि खगोलविदों के लिए दूरबीन का समय बहुत कीमती है, अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति और अज्ञात का प्यार खगोलविदों को अपने स्वयं के विज्ञान को अनदेखा करने और इस तरह की नई दिलचस्प खोजों को स्वीकार करने के लिए तैयार करता है. इस नवीनतम कार्य की सूचना लघु ग्रह केंद्र (माइनर प्लानेट सेंटर) को दी गई.
सबसे तेज परिक्रमा करने वाले एस्टेरोइड की हुई खोज
यह सबसे तेज परिक्रमा करने वाला एस्टेरोइड ‘2021 PH27’ पहली बार 13 अगस्त, 2021 को खगोलविदों द्वारा डार्क एनर्जी कैमरा (DEC) का उपयोग करके खोजा गया था. यह एक शक्तिशाली बहुउद्देशीय उपकरण है जो ब्रह्मांड के विस्तार को मापने के लिए निकट-पराबैंगनी (अल्ट्रावायोलेट), दृश्यमान और निकट-अवरक्त (इन्फ्रारेड) में ली गई छवियों का उपयोग करता है.
चिली में लास कैम्पानास वेधशाला (ऑब्जर्वेटरी) में DEC और मैगलन टेलीस्कोप द्वारा किए गए अवलोकनों के कारण खगोलविदों की टीम अगले कुछ दिनों में इस एस्टेरोइड की कक्षा की सटीक जानकारी हासिल करने में सक्षम हो सकी थी.
सबसे तेज परिक्रमा करने वाला एस्टेरोइड: मुख्य विवरण
• इस सबसे तेज परिक्रमा करने वाले एस्टेरोइड को "2021 PH27" का नाम दिया गया है. इस चट्टान का व्यास 01 किलोमीटर है और यह पृथ्वी के केवल 113 दिनों में अपनी कक्षा की एक परिक्रमा पूरी कर लेता है.
• वैज्ञानिकों ने यह भी नोट किया है कि, 113 पृथ्वी दिवस बुध ग्रह को छोड़कर किसी भी ज्ञात सौर मंडल पिंड/ चट्टान की सबसे छोटी कक्षीय अवधि है. बुध ग्रह सूर्य के चारों ओर परिक्रमा करने में केवल 88 दिन का समय लेता है.
• वैज्ञानिकों के अनुसार, यह अंतरिक्ष चट्टान लगभग 20 मिलियन किलोमीटर की निकटता तक पहुंचकर सूर्य के बेहद करीब भी पहुंच जाती है. इसकी तुलना में बुध 4.6 करोड़ किमी (लगभग) के करीब पहुंच जाता है.
क्या सूर्य से इस एस्टेरोइड की निकटता खतरनाक है?
वैज्ञानिकों ने यह समझाया कि, सबसे तेजी से परिक्रमा करने वाले इस एस्टेरोइड की सूर्य से इतनी निकटता का मतलब यह है कि, इस एस्टेरोइड की सतह कई बार 500 डिग्री सेल्सियस तक के तापमान के कारण जल जाती है.
वैज्ञानिकों ने आगाह किया है कि, इस एस्टेरोइड की कक्षा स्थिर नहीं है. उन्होंने आगर यह कहा कि, इस बात की भी संभावना है कि, अगर यह एस्टेरोइड अपने वर्तमान पथ से परिवर्तित नहीं होता है तो, यह एस्टेरोइड अब से कुछ मिलियन वर्ष बाद सूर्य, शुक्र या बुध से टकराएगा.
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