केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 01 फरवरी 2020 को साल 2020-21 के लिए केंद्र सरकार का बजट पेश किया. केंद्र सरकार ने इस साल देश के बड़े पुरातात्विक स्थलों को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का भी घोषणा किया है. वित्त मंत्री ने बजट भाषण में संस्कृति, पुरातत्व और पर्यटन को भी महत्व दिया है.
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय बजट को पेश करते हुए घोषणा की कि पांच राज्यों में स्थित पांच प्रतिष्ठित पुरातात्विक स्थलों को संग्रहालयों के साथ विकसित किया जाएगा. सरकार ने संस्कृति मंत्रालय के लिए 3150 करोड़ रुपए तथा पर्यटन विकास हेतु 2500 करोड़ रुपए के बजट का प्रस्ताव रखा है.
पांच पुरातात्विक स्थलों को विकसित करेगी सरकार
केंद्रीय वित्त मंत्री ने पांच पुरातात्विक स्थलों को विकसित करने की घोषणा की है. इसमें हरियाणा का राखीगढ़ी, महाभारत काल का हस्तिनापुर (उत्तर प्रदेश), शिवसागर (असम), धोलावीरा (गुजरात) तथा आदिचनल्लूर (तमिलनाडु) शामिल है.
हरियाणा का राखीगढ़ी: राखीगढ़ी हरियाणा के हिसार जिले में स्थित एक महत्त्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थान है. राखीगढ़ी सिन्धु घाटी सभ्यता का भारतीय क्षेत्रों में धोलावीरा के बाद दूसरा सबसे बड़ा ऐतिहासिक नगर है. सिन्धु घाटी सभ्यता से जुड़े कई सवालों के जवाब के राखीगढ़ी से मिल सकते हैं.
हस्तिनापुर (उत्तर प्रदेश): हस्तिनापुर, भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के मेरठ ज़िले में स्थित एक नगर है. महाभारत काल में हस्तिनापुर ‘कुरु’ वंश के राजाओं की राजधानी थी. हस्तिनापुर का इतिहास महाभारत के काल से शुरू होता है.
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शिवसागर (असम): शिवसागर, भारत के राज्य असम के शिवसागर जिले का एक शहर है. यह असम की राजधानी गुवाहाटी के उत्तर पूर्व में 360 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. असम में शिवसागर एक धरोहर स्थल है. यहां पूर्ववर्ती अहोम राष्ट्र के बहुत से स्मारक स्थित हैं.
धोलावीरा (गुजरात): गुजरात में धोलावीरा गांव के पास पांच हजार साल पहले विश्व का यह प्राचीन महानगर था. गुजरात के धोलावीरा को भारत में स्थित दो हड़प्पा शहरों में से दूसरा शहर माना जाता है. इस पुरातात्विक जगह का सबसे पहली बार पता साल 1967 में चला था.
आदिचनल्लूर (तमिलनाडु): यह तमिलनाडु में थूथुकुडी जिले में स्थित है. वैज्ञानिकों के अनुसार, 905 ईसा पूर्व और 696 ईसा पूर्व के बीच की अवधि में यहां जीवन संभव था और तमिल सभ्यता के साथ लोग यहां रहा करते थे.
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