खाड़ी देशों में राजनयिक संकट झेल रहे कतर से चार अरब देशों ने कुछ शर्तों के साथ बातचीत करने पर सहमति जतायी है. बहरीन के विदेश मंत्री खालिद बिन अहमद अल खलीफा ने कहा कि कतर अगर आतंकवादियों को दी जाने वाली धनराशि पर पूरी तरह रोक लगाने, दूसरे देशों के विदेशी मामलों में हस्तक्षेप नहीं करने के अलावा 13 मांगों का समुचित जवाब देने को तैयार होगा तो चारों अरब देश उनके साथ बातचीत के लिए सहमत हैं.

विदेश मंत्री ने सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात तथा मिस्र के अपने समकक्षों के साथ बैठक के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में शर्तों के साथ कतर से बातचीत के लिए समहत होने की जानकारी दी है.
कतर से संबंध तोड़ने वाले अरब जगत के चार देशों ने इस राजनयिक संकट पर चर्चा करने के लिए 30 जुलाई 2017 को बैठक की. उन्होंने कई मांगों की एक सूची के अनुपालन पर जोर दिया, जबकि अब इस खाड़ी देश के खिलाफ और अधिक दंडात्मक उपाय थोपे जाने से दूर रहे.
कतर से पांच जून को राजनयिक और परिवहन संबंध तोड़े जाने के बाद सउदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, मिस्र और बहरीन के विदेश मंत्रियों की यह दूसरी बैठक थी.
इससे पहले कतर ने इस संकट से निकलने के लिए किसी अन्य देश से सहायता मांगने से इनकार कर दिया था.
सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन और मिस्र ने 5 जून 2017 को घोषणा की कि वे अपने खाड़ी के पड़ोसी के साथ संबंध तोड़ रहे हैं. उन्होंने दोहा पर आतंकवाद का समर्थन करने और क्षेत्रीय प्रतिद्वंदी ईरान के करीब होने का आरोप लगाया है, जिस आरोप से कतर ने इनकार कर दिया. उन्होंने 22 जून 2017 को 13 मांगों की सूची जारी कर 10 दिन में दोहा से उन्हें पूरी करने को कहा था.

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