Tomato Flu disease: टोमैटो फ्लू को लेकर केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने राज्यों को एडवाइजरी (परामर्श) जारी किया है. टोमैटो फ्लू, को हाथ-पैर-मुंह की बीमारी (HFMD) का नैदानिक (clinical) रूप माना जाता है. यह छोटे बच्चों को अधिक प्रभावित करता है. स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार टोमैटो फ्लू के बारे में सबसे पहले केरल के कोल्लम जिले में 6 मई को पता चला था.
Centre issues advisory to states on Hand Foot and Mouth Disease, (#HFMD), commonly known as Tomato Flu.
— All India Radio News (@airnewsalerts) August 24, 2022
Endemic viral illness triggered an alert to neighbouring states of Tamil Nadu and Karnataka with additionally, 26 children (aged between 1-9 years) reported in Odisha.
क्या है टोमैटो फ्लू?
इसे हाथ-पैर-मुंह की बीमारी (HFMD) के रुप में जाना जाता है. यह मुख्यतः बच्चों को प्रभावित करता है. इससे संक्रमित बच्चों के शरीर के कई हिस्सों पर टमाटर के आकार के लाल छाले (फफोले) हो जाते हैं. इस रोग से पांच वर्ष से कम आयु वर्ग के बच्चे ज्यादा प्रभावित होते है.
कहाँ मिले टोमैटो फ्लू के मामलें?
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार टोमैटो फ्लू के बारे में सबसे पहले केरल के कोल्लम जिले में 6 मई को पता चला था. स्थानीय सरकारी अस्पतालों के अनुसार 26 जुलाई तक पांच वर्ष से कम आयु के 82 बच्चों में इस संक्रमण की पुष्टि हुई थी. केरल के अन्य इलाकों जैसे आंचल, आर्यनकवु और नेदुवथुर भी इससे प्रभावित है. केरल के पड़ोसी राज्यों तमिलनाडु और कर्नाटक में संक्रमण को देखते हुए अतिरिक्त सावधानी बरती जा रही है. ओडिसा की राजधानी भुबनेश्वर के क्षेत्रीय चिकित्सा अनुसंधान केंद्र की जानकारी के अनुसार 1 से 9 वर्ष की आयु के 26 बच्चों में टोमैटो फ्लू का पता चला है.
टोमैटो फ्लू के लक्षण:
टोमैटो फ्लू के लक्षणों में बुखार आना, मुंह में छाले और त्वचा पर लाल चकत्ते पड़ना शामिल है. इसकी शुरुआत हल्के बुखार से होती है, भूख कम लगती है और बेचैनी रहती है. यदि बच्चों में ऐसे लक्षण विकसित होते हैं, तो उन्हें औरों से अलग कर देना चाहिए. इन लक्षणों वाले बच्चों में, डेंगू, चिकनगुनिया, जीका वायरस, वैरीसेला-ज़ोस्टर वायरस और दाद (herpes) के निदान के लिए आणविक और सीरोलॉजिकल परीक्षण (molecular and serological tests) किए जाते हैं; एक बार जब ये वायरल संक्रमण नहीं मिलते, तो टोमैटो फ्लू के निदान पर विचार किया जाता है.
टोमैटो फ्लू से बचाव:
- टोमैटो फ्लू के लक्षण यदि बच्चों में दिखाई देते है तो उनकों सबसे पहलेअन्य लोगों से अलग आईसोलेट करना चाहिए.
- संक्रमित बच्चे केखाने के बर्तन, कपड़े और बिस्तर को नियमित रूप से साफ किया जाना चाहिए.
- उन्हें नियमित रूप सेहाइड्रेटेड रखा जाना चाहिए.
- संक्रमण के कारण होने वाले फफोले को गुनगुने पानी साफ किया जाना चाहिए.
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