केंद्र सरकार ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर महिलाओं के लिए एक बड़ा तोहफा पेश करते हुए ‘सुविधा पैड’ जारी किये. केंद्र सरकार ने बायॉडिग्रेडिबल सैनिटरी नैपकिन लॉन्च किया.
रसायन और उर्वरक मंत्री अनंत कुमार ने सुविधा पैड जारी करते हुए कहा कि 28 मई 2018 से अंतरराष्ट्रीय मासिक धर्म स्वच्छता दिवस के मौके से यह पैड देश के सभी जन-औषधि केंद्रों पर बिक्री के लिए उपलब्ध रहेगा. मंत्री ने कहा कि रसायन और उर्वरक मंत्रालय के तहत आने वाला औषधि विभाग 'सुविधा' नाम से सैनिटरी नैपकिन लॉन्च कर रहा है.
सुविधा पैड की विशेषताएं
• सरकारी स्कीम वाले सुविधा पैड में प्रति पैड की कीमत मात्र 2.50 रुपये होगी.
• यह पैड प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना केंद्रों से खरीदा जा सकता है.
• सैनिटरी नैपकिन के एक पैक में 4 पैड होंगे और इसकी कीमत 10 रुपये होगी.
• यह पूरी तरह से बायॉडिग्रेडिबल तथा पर्यावरण हितैषी पैड हैं. बाजार में उपलब्ध अन्य सैनिटरी नैपकिन नॉन बायॉडिग्रेडेबल हैं.
• बाजार में मौजूदा 4 सैनिटरी नैपकिन की औसत कीमत 32 रुपये है, सरकार ने इतने ही ऑक्सो-बायॉडिग्रेडिबल पैड्स को 10 रुपये में उपलब्ध कराया है.
• यह भारत की वंचित महिलाओं के लिए स्वच्छता, स्वास्थ्य और सुविधा सुनिश्चित करेगी.
सुविधा सेनेटरी नैपकिन जारी करने का महत्व
राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण 2015-16 के अनुसार भारत में 15 से 24 साल तक की 58% महिलाएं स्थानीय स्तर पर तैयार नैपकिन, सैनिटरी नैपकिन और रूई के फाहे का इस्तेमाल करती हैं. शहरी क्षेत्रों की 78 प्रतिशत महिलाएं पीरियड्स के दौरान सुरक्षा के लिए स्वस्थ विधियां अपनाती हैं. ग्रामीण इलाके की केवल 48 फीसदी महिलाएं साफ-सुथरा सैनिटरी नैपकीन का इस्तेमाल कर पाती हैं. इसके अलावा बाकी महिलाएं सूती कपड़ा अथवा अन्य असुरक्षित तरीके इस्तेमाल करती हैं जिसकी वजह से महिलाओं को तमाम तरह की गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ता है.
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