जापान अंतरराष्ट्रीय सहयोग बैंक (जेबीआईसी) ने अपने एक सर्वेक्षण में भविष्य में विनिवेश हेतु भारत को प्रथम स्थान दिया. इस सर्वेक्षण के परिणाम की घोषणा जनवरी 2015 के दुसरे सप्ताह में की गई.
जेबीआईसी ने जुलाई 2014 में जापान की विनिर्माण क्षेत्र की एक हजार कंपनियों का एक सर्वेक्षण आयोजित किया. इस सर्वेक्षण में भविष्य में निवेश के लिहाज से भारत को पहला, इंडोनेशिया को दूसरा तथा चीन को तीसरा स्थान मिला.
अक्टूबर 2014 में भारत में जापानी कंपनियों की संख्या 1209 तक पहुंच गई, जो 13.67 प्रतिशत सीएजीआर (वर्ष 2010 से वर्ष 2014 तक, पिछले पांच वर्षों के लिए) के साथ वर्ष 2013 की इसी अवधि की तुलना में 13 प्रतिशत अधिक थी. जून 2014 से सितंबर 2014 की अवधि के दौरान जापान से 618 मिलियन अमेरिकी डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) का प्रवाह हुआ जबकि वर्ष 2013 की इसी अवधि में यह 273 मिलियन अमरीकी डॉलर रहा था.
विदित हो कि भारत सरकार ने जापानी निवेशकों की मदद के लिए एक विशेष प्रबंधन दल ‘जापान प्लस’ की स्थापना की है. यह दल जापानी कंपनियों के साथ सक्रिय रूप से बातचीत कर आवश्यकतानुसार उन्हें विभिन्न मंजूरशुदा प्रक्रियाओं के बारे में जानकारी देता है. ‘जापान प्लस’ को भारत में जापान एकीकृत औद्योगिक पार्कों के विकास में मदद करनी है.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation