अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (IMF) ने 2021 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर तेजी से बढ़कर 12.5 प्रतिशत पर पहुंचने का अनुमान लगाया है. यह वृद्धि दर चीन के मुकाबले भी अधिक होगी. आईएमएफ ने अपने सालाना वैश्विक आर्थिक परिदृश्य में कहा कि साल 2022 में भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 6.9 प्रतिशत के आसपास आ जाएगी.
मुद्राकोष ने विश्व बैंक के साथ होने वाली सालाना बैठक से पहले यह रिपोर्ट जारी की है. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने अपने अनुमान में कहा है कि वित्त वर्ष 2021-22 में भारत की विकास दर 12.5 प्रतिशत पर रह सकती है. आईएमएफ ने जनवरी 2021 में अपने अनुमान में कहा था कि वित्त वर्ष 2021-22 में भारत की अर्थव्यवस्था 11.5 प्रतिशत की दर से आगे बढ़ेगी.
मुख्य बिंदु
• आईएमएफ के अनुमान के अनुसार 2021-22 में भारत की जीडीपी वृद्धि दर चीन से भी ज्यादा रह सकती है. उल्लेखनीय है कि कोविड-19 संकट के बीच पिछले साल सकारात्मक अंकों में वृद्धि करने वाली प्रमुख अर्थव्यस्थाओं में केवल चीन शामिल रहा था.
• आईएमएफ ने कहा है कि वित्त वर्ष 2022-23 में भारत की इकोनॉमी 6.9 प्रतिशत की दर से वृद्धि कर सकती है.
• अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2020-21 में भारत की इकोनॉमी में रिकॉर्ड आठ प्रतिशत का संकुचन देखने को मिला.
• आईएमएफ के अनुसार, चीन की वृद्धि दर 2021 में 8.6 प्रतिशत तथा 2022 में 5.6 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया है.
• चीन की पिछले साल वृद्धि दर 2.3 प्रतिशत रही और वह कोविड-19 महामारी के दौरान भी सकारात्मक आर्थिक वृद्धि दर हासिल करने वाला दुनिया का एकमात्र बड़ा देश रहा है.
आईएमएफ की मुख्य अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ ने कहा कि हम वैश्विक अर्थव्यवस्था हेतु पूर्व के अनुमान के मुकाबले मजबूत पुररुद्धार की उम्मीद कर रहे हैं. वैश्विक अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर साल 2021 में 6 प्रतिशत और 2022 में 4.4 प्रतिशत रहने का अनुमान है. पिछले साल यानी 2020 में विश्व अर्थव्यवस्था में 3.3 प्रतिशत की गिरावट आई थी.
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