भारत और इंडोनेशिया ने 27 जुलाई 2020 को रक्षा उद्योग और प्रौद्योगिकी साझा करने समेत कई क्षेत्रों में रणनीतिक सहयोग को बढ़ाने का संकल्प व्यक्त किया. भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व रक्षा राजनाथ सिंह ने किया, जबकि इंडोनेशियाई प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व इस देश के रक्षा मंत्री जनरल प्रबोवो सुबिआंतो ने किया, जो दोनों समुद्री पड़ोसी देशों के पारस्परिक संबंधों को मजबूत करने हेतु फिलहाल भारत आए हुए हैं.
दोनों सामुद्रिक पड़ोसी अपनी सुरक्षा साझेदारी को नई गति देने की दिशा में प्रयासरत हैं. अधिकारियों ने कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उनके इंडोनेशियाई समकक्ष जनरल प्राबोवो सुबियांतो के बीच हुई बातचीत के दौरान रक्षा और सैन्य संबंधों को और विस्तार देने के संभावित क्षेत्रों पर चर्चा हुई.
बैठक में कौन-कौन शामिल
बैठक के दौरान भारतीय प्रतिनिधिमंडल में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत, सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे, नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह, वायुसेना अध्यक्ष एयर चीफ मार्शल आर के एस भदौरिया और रक्षा सचिव अजय कुमार भी शामिल थे.
द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को बढ़ाने पर सहयोग
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि दोनों मंत्रियों ने परस्पर सहमति वाले क्षेत्रों में द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को और बढ़ाने पर एक राय व्यक्त की. इस दौरान दोनों के बीच ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल के संभावित निर्यात और समुद्री सुरक्षा बढ़ाने को लेकर प्रमुखता से चर्चा हुई.
द्विपक्षीय सहयोग को और मजूबत बनाने पर चर्चा
दोनों देशों ने रक्षा उद्योग और रक्षा प्रौद्योगिकी की पहचान सहयोग के संभावित क्षेत्रों के तौर पर की. बयान में कहा गया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और इंडोनेशिया के रक्षा मंत्री प्राबोवो सुबियांतो ने इन क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को और मजूबत करने को लेकर अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की.
मंत्रालय ने और विवरण दिये बिना कहा कि यह बैठक दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग के दायरे को और मजबूत एवं व्यापक बनाने की प्रतिबद्धता के साथ सकारात्मक रूप से संपन्न हुई.
भारत व इंडोनेशिया का मजबूत सहयोग
रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में भारत एवं इंडोनेशिया का मजबूत सहयोग तंत्र है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की साल 2018 में हुई इंडोनेशिया यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच एक नया रक्षा सहयोग करार भी हुआ था.
भारत और इंडोनेशिया संबंध
भारत और इंडोनेशिया एक पड़ोसी देश हैं. भारत के अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, अंडमान सागर में इंडोनेशिया के साथ एक समुद्री सीमा साझा करते हैं. दोनों देशों के संबंध भी लगभग दो हजार वर्ष पुराने हैं. भारत का जकार्ता में दूतावास है और इंडोनेशिया दिल्ली में एक दूतावास संचालित करता है.
भारत इंडोनेशिया को आसियान का प्रमुख सदस्य मानता है. दोनों राष्ट्र एक रणनीतिक साझेदारी स्थापित करने पर सहमत हुए थे. दोनों देशों के बीच महत्वपूर्ण द्विपक्षीय व्यापार है. भारत और इंडोनेशिया दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्रों में से एक हैं. इंडोनेशिया दुनिया में सबसे अधिक मुस्लिम आबादी वाला देश है.
दोनों के खान-पान और बोली में भी काफी समानताएँ हैं. आज भी कई ऐसे शब्द हैं जो इन दोनों के निकट संबंधों का उल्लेख करते हैं. इंडोनेशिया के उत्सवों और झाँकियों आदि में रामायण और महाभारत के पात्र कठपुतलियों के रूप में नज़र आते हैं. इंडोनेशिया में हिंदू धर्म के साथ-साथ बौद्ध धर्म का भी गहरा प्रभाव नज़र आता है.
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