भारत और इजरायल ने हाल ही में तकनीकी सहयोग को और प्रगाढ बनाने के लिए नवाचार के क्षेत्र में एक द्विपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किये हैं. यह समझौता रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) और संगठन के निदेशालय (डीडीआरएंडडी) और इजरायल के बीच हुआ है.
भारत और इजरायल ने ड्रोन, रोबोटिक, कृत्रिम बुद्धिमता और क्वांटम कंप्यूटिंग समेत अगली पीढ़ी की प्रौद्योगिकी और उत्पादों के संयुक्त रूप से विकास हेतु समझौता किया है. यह उनके बीच बढ़ते रक्षा संबंधों का प्रतीक है. भारतीय रक्षा मंत्रालय ने कहा कि यह बढ़ते भारत-इजरायल तकनीकी सहयोग का एक ठोस प्रदर्शन है.
रक्षा मंत्रालय ने क्या कहा?
रक्षा मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है, भारत और इजरायल के बीच बढ़ती हुई तकनीकी सहयोग के एक ठोस प्रमाण के रूप में, दोहरे उपयोग वाली प्रौद्योगिकियों के विकास हेतु दोनों देशों के स्टार्ट-अप्स व एमएसएमई में नवाचार और त्वरित अनुसंधान एवं विकास को बढ़ावा देने के लिए रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) और इजरायल के रक्षा मंत्रालय के रक्षा अनुसंधान एवं विकास निदेशालय (डीडीआरएंडडी) ने एक द्विपक्षीय नवाचार समझौते (बीआईए) पर हस्ताक्षर किए हैं.
DRDO & Directorate of Defence R&D, Israel have entered into a #BilateralInnovationAgreement for development of dual use technologies. Startups & Industry of both countries will work together on emerging dual use technologies. https://t.co/6N6Xv2Hf1i pic.twitter.com/kEVTESrp5d
— DRDO (@DRDO_India) November 9, 2021
इस समझौते पर हस्ताक्षर
इस समझौते पर डीआरडीओ के अध्यक्ष जी सतीश रेड्डी ने रक्षा मंत्रालय की तरफ से तथा इजरायल की तरफ से डैनियल गोल्ड ने हस्ताक्षर किये. इस समझौते का मुख्य उद्देश्य दोहरे उपयोग वाली प्रौद्योगिकियों के विकास के लिए दोनों देशों के स्टार्टअप और सूक्ष्म, लघु तथा मध्यम इकाईयों के बीच अनुसंधान एवं विकास के क्षेत्र में सहयोग को बढाना है.
इस समझौते के तहत
बयान के मुताबिक, इस समझौते के अंतर्गत, दोनों देशों के स्टार्ट-अप्स और उद्योग अगली पीढ़ी की प्रौद्योगिकियों एवं उत्पादों को कई क्षेत्रों में लाने के लिए एक साथ मिलकर काम करेंगे. इन क्षेत्रों में ड्रोन्स, रोबोटिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (कृत्रिम बुद्धिमत्ता), क्वांटम टेक्नोलॉजी, फोटोनिक्स, बायो सेंसिंग, ब्रेन-मशीन इंटरफेस, ऊर्जा भंडारण, पहनने योग्य उपकरण और प्राकृतिक भाषा प्रोसेसिंग आदि शामिल हैं.
घरेलू अनुप्रयोगों के लिए उपलब्ध
बयान में आगे कहा गया है, उत्पाद और प्रौद्योगिकियों को दोनों देशों की अद्वितीय जरूरतों को पूरा करने के लिए अनुकूलित किया जाएगा. विकास के लिए इन प्रयासों का वित्त पोषण संयुक्त रूप से डीआरडीओ और इजरायल के डीडीआरएंडडी करेंगे. वहीं, द्विपक्षीय नवाचार समझौते (बीआईए) के तहत विकसित प्रौद्योगिकियां दोनों देशों को उनके घरेलू अनुप्रयोगों के लिए उपलब्ध होंगी.
एक टास्क फोर्स के गठन की घोषणा
भारत और इजरायल के बीच द्विपक्षीय रक्षा सहयोग बढ़ाने के लिए पिछले महीने तेल अवीव में 15वीं संयुक्त कार्य समूह की बैठक के दौरान एक टास्क फोर्स के गठन की घोषणा की गई थी. बैठक की सह-अध्यक्षता भारतीय रक्षा सचिव अजय कुमार और इजरायल के रक्षा मंत्रालय के महानिदेशक मेजर जनरल आमिर एशेल (सेवानिवृत्त) ने की थी.
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