भारत और कज़ाकिस्तान सैन्य सहयोग, विशेषकर रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर सहमत हुए हैं. कज़ाकिस्तान यात्रा पर गईं रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कज़ाकिस्तान के रक्षा एवं एरोस्पेस उद्योग मंत्री के साथ रक्षा-सैन्य तकनीकी सहयोग पर चर्चा की.
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण कजाकिस्तान के रक्षा मंत्री नूरलान यरमेकबायेव के निमंत्रण पर 02 अक्टूबर 2018 से राजधानी अस्ताना की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं. उन्होंने इस दौरान रक्षा एवं वैमानिकी उद्योग मंत्री बाइबूत अतामकुलोव से मुलाकात की और रक्षा एवं सैन्य तकनीकी सहयोग से जुड़े मसलों पर विस्तृत चर्चा की.
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने दोनों देशों के बीच जनवरी 2017 में रक्षा सहयोग को बढ़ावा देने पर हुए द्विपक्षीय संबंधों की प्रगति का जायजा भी लिया. उन्होंने रक्षा मंत्रालय में तीनों सेवाओं की सलामी गारद का निरीक्षण किया और राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय का दौरा भी किया जहां उन्हें भारत के सहयोग से बनाए गए इंडियन मिलिट्री आर्ट रूम को भी दिखाया गया.
भारत और कजाकिस्तान रक्षा सहयोग:
भारत और कजाकिस्तान रक्षा सहयोग में सैन्य तकनीकी सहयोग, सैन्य शिक्षा एवं प्रशिक्षण संयुक्त सैन्य अभ्यास, द्विपक्षीय दौरों और युवा कैडैटों के आदान-प्रदान संबंधी कार्यक्रम शामिल हैं. अब तक भारत ने कजाकिस्तान के 200 से अधिक सैन्य कर्मियों को सैनिक प्रशिक्षण दिया दिया है. दोनों देशों ने पिछले महीने दक्षिणी कजाकिस्तान में कंपनी स्तरीय संयुक्त सैन्य अभ्यास “काजिइंड-2018” सफलता पूर्वक पूरा किया.
भारत और कजाकिस्तान में ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध हैं इसके वजह से दोनों देशों के बीच बहुपक्षीय सहयोग की मजबूत बुनियाद है. दोनों देश वर्ष 2009 से सामरिक क्षेत्र में सहयोगी रहे हैं.
हरी झंडी दिखाकर रवाना:
दोनों रक्षा मंत्रियों ने रक्षा उत्पादन का उल्लेख करते हुए सह उत्पादन की संभावनाओं पर भी विचार किया. दोनों मंत्रियों ने संयुक्त राष्ट्र शांति सेना में जाने वाले कजाकिस्तान के दल को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. यह दस्ता लेबनान में संयुक्त राष्ट्र अंतर्राष्ट्रीय शांति रक्षक बल में भारतीय दस्ते के साथ शामिल होगा. इस संयुक्त तैनाती की तैयारी के लिए दोनों देशों के दस्तो ने पिछले एक वर्ष से अधिक समय से मिलकर काम किया है.
एयरो इंडिया 2019 में हिस्सा:
सीतारमण ने कजाकिस्तान के रक्षा मंत्री और रक्षा एवं वैमानिकी मंत्री को भारत आने तथा फरवरी 2019 में बेंगलूरू में आयोजित किए जाने वाले एयरो इंडिया 2019 में हिस्सा लेने का न्योता दिया. वर्ष 2009 से रणनीतिक साझेदार भारत और कज़ाकिस्तान के बीच 2017 में सैन्य सहयोग पर नया ज्ञापन साइन हुआ था.
एयरो इंडिया |
एयरो इंडिया भारत में आयोजित की जाने वाली एक द्विवार्षिक अंतर्राष्ट्रीय एयरो स्पेस और रक्षा प्रदर्शनी है. इसका आयोजन रक्षा उत्पादन विभाग द्वारा किया जाता है. एयरो इंडिया 2019 का आयोजन बेंगलुरु में होगा. यह आयोजन 20 से 24 फरवरी के बीच आयोजित होने वाली हैं. |
भारत-कजाकिस्तान संबंध
भारत और कजाकिस्तान के बीच संबंध पुराने एवं ऐतिहासिक हैं जो 2500 साल पहले से चले आ रहे हैं. माल का व्यापार लगातार एवं नियमित रूप से हो रहा है तथा इससे भी अधिक महत्वपूर्ण विचारों, सोच एवं दर्शन का आदान - प्रदान है.
रक्षा और राजनीति के क्षेत्र में सहयोग का भारत और कजाकिस्तान का लंबा इतिहास रहा है. भारत उन पहले देशों में शामिल है जिसने कजाकिस्तान की स्वतंत्रता को मान्यता दी थी. दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय कूटनीतिक संबंध फरवरी 1992 में बने थे.
मध्य एशिया में भारत का सबसे बड़ा आर्थिक साझीदार कजाकिस्तान है. भारत ने आर्थिक संबंधों को बढ़ाने के लिए साथ मिलकर काम करने के बात कही. विश्व के सबसे बड़े यूरेनियम उत्पादक देश कजाकिस्तान से वर्ष 2015 से वर्ष 2019 के बीच भारत को परमाणु ईंधन के लिए 5000 टन यूरेनियम की आपूर्ति का समझौता हुआ. भारत ने कजाकिस्तान से असैन्य परमाणु सहयोग को बढ़ाने पर यह दूसरा बड़ा समझौता किया है. कजाकिस्तान पहले से ही एक समझौते के तहत भारत को यूरेनियम की आपूर्ति कर रहा है.
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