केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह ने 20 जुलाई 2020 को ऊर्जा दक्षता को बढ़ाने और इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को बढ़ावा देने हेतु दिल्ली के चेल्म्सफोर्ड क्लब में भारत के पहले सार्वजनिक ईवी (इलेक्ट्रिक वाहन) चार्जिंग प्लाजा का उद्घाटन किया. इस मौके पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि “भारत में ई-मोबिलिटी को आसान बनाने हेतु ईवी चार्जिंग प्लाजा की शुरुआत एक नयी पहल के तौर पर की गई है. इस तरह के प्रयासों से देश में ई-मोबिलिटी के लिए एक इको सिस्टम बनाने में मदद मिलेगी.
ऐसी पहल अब तक पूरे देश भर में कहीं भी नहीं की गई थी लेकिन अब इसका उद्घाटन दिल्ली में कर दिया गया है. ईवी चार्जिंग प्लाजा की स्थापना एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (EESL) ने नई दिल्ली म्यूनिसिपल काउंसिल (NDMC) के सहयोग से की गई थी. ईईएसएल का दावा है कि वह भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग का पता लगाने और ऐसे वाहनों के लिए सार्वजनिक चार्जिंग स्टेशन (पीसीएस) संचालित करने के नए व्यापार मॉडल की पहचान करने के काम की अगुवाई कर रही है.
मुख्य बिंदु
एनडीएमसी के सहयोग से ईईएसएल ने मध्य दिल्ली में भारत का पहला सार्वजनिक इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग प्लाजा स्थापित किया है. इसमें पांच विभिन्न स्पेसिफिकेशन्स वाले इलेक्ट्रिक वाहन चार्जर लगाए गए हैं.
विद्युत मंत्रालय के सचिव संजीव नंदन सहाय ने कहा कि कई तरह के इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग की सुविधा वाले ये प्लाजा देश में इलेक्ट्रिक वाहनों के इस्तेमाल को बढ़ावा देने का काम करेंगे. इससे उपभोक्ताओं के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों की चार्जिंग परेशानी मुक्त और सुविधाजनक हो जाएगी.
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह ने ईईएसएल और यूएसएआईडी की संयुक्त पहल - इंडोर एयर क्वालिटी फॉर सेफ्टी एंड एफिशिएंसी में सुधार के लिए एयर कंडीशनिंग व्यवस्था को और सक्षम बनाने की प्रणाली लांच की.
काफी समय से भारत में हवा की खराब गुणवत्ता चिंता का विषय बनी हुई है और विशेष रूप से कोरोना संक्रमण के समय में इसका महत्व और भी ज्यादा बढ़ गया है.
ईईएसएल ने पायलट परियोजना के तौर पर नई दिल्ली के स्कोप भवन में स्थित अपने कार्यालय में एयर कंडीशनिंग और वेंटिलेशन सिस्टम का रेट्रोफिट किया है.
ईईएसएल के अनुसार इस पायलट परियोजना के बहुत प्रभावशाली परिणाम दिखे हैं. वायु गुणवत्ता में लगभग 80 प्रतिशत का सुधार दिखा है.
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