ISA: भारत फिर से बना इंटरनेशनल सोलर अलायंस का अध्यक्ष, जानें सह-अध्यक्ष के रूप में किसे चुना गया?
International Solar Alliance: भारत और फ्रांस को एक बार फिर से अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA) के अध्यक्ष और सह-अध्यक्ष के रूप में चुना गया है.अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन के महानिदेशक अजय माथुर ने इस बात की जानकारी दी है. जानें ISA के बारें में

International Solar Alliance: भारत और फ्रांस को एक बार फिर से अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA) के अध्यक्ष और सह-अध्यक्ष के रूप में चुना गया है. यह निर्णय ISA की पांचवीं आम बैठक में लिया गया है. केंद्रीय ऊर्जा और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह आईएसए के अध्यक्ष होंगे और फ्रांस के क्रिसौला ज़ाचारोपोलू (Chrysoula Zacharopoulou) सह-अध्यक्ष होंगी.
अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन के महानिदेशक अजय माथुर ने इस बात की जानकारी दी है. अजय माथुर ने बताया की भारत और फ्रांस के अतिरिक्त कोई और दावेदार इस पद के लिए नहीं था. क्रिसौला ज़ाचारोपोलू फ्रांस की विकास राज्य मंत्री है. गवर्नेंस मीटिंग्स में अफ्रीका, एशिया-प्रशांत, यूरोप क्षेत्रों सहित लैटिन अमेरिका-कैरेबियन देशों से इसको बढ़ावा देने पर विचार-विमर्श किया जायेगा. इस गवर्नेंस मीटिंग्स में 8 क्षेत्रीय उपाध्यक्ष भी भाग ले रहे है.
इस बैठक के दौरान आर के सिंह ने कहा कि आईएसए वास्तव में तेजी से बढ़ा है और अब इससे 110 देश जुड़ चुके है. उन्होंने आगे कहा कि हमें दुनिया में 70 करोड़ लोगों तक स्वच्छ स्रोतों के माध्यम बिजली पहुंचानी है.
#India and #France re-elected as President and Co-President of International Solar Alliance, #ISA. @mnreindia Minister R K Singh re-elected as President; France Minister of State for Development Chrysoula Zacharopoulou re-elected as Co-President. pic.twitter.com/E5Z0DqutVU
— All India Radio News (@airnewsalerts) October 19, 2022
दिल्ली में आयोजित हो रही चार दिवसीय बैठक:
इंटरनेशनल सोलर अलायंस की चार दिवसीय बैठक भारत की अध्यक्षता में आयोजित की जा रही है. यह आम बैठक 17 अक्टूबर को नई दिल्ली में शुरू हुई और 20 अक्टूबर तक चलेगी. इस बैठक में ISA के सदस्य देश कम कार्बन वाली अर्थव्यवस्था को आगे ले जाने पर अपने विचार साझा करेंगे. इस बैठक में लगभग 110 देश प्रतिभाग कर रहे है.
सोलर पेमेंट गारंटी फंड और सोलर इंश्योरेंस फंड की घोषणा:
बैठक के दौरान इंटरनेशनल सोलर अलायंस ने सोलर पेमेंट गारंटी फंड और सोलर इंश्योरेंस फंड की घोषणा की है जिसके माध्यम से सौर क्षेत्र में निवेश को प्रोत्साहित किया जायेगा.
सोलरएक्स ग्रैंड चैलेंज लांच:
आईएसए असेंबली ने सोलरएक्स ग्रैंड चैलेंज को भी मंजूरी दे दी है जिसकी मदद से इनोवेशन और स्टार्ट-अप को बढ़ावा दिया जायेगा साथ ही विशेष रूप से विकेन्द्रीकृत सौर ऊर्जा अनुप्रयोगों पर फोकस होगा.
इंटरनेशनल सोलर अलायंस का लक्ष्य:
- कार्बन न्यूट्रल फ्यूचर: अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन दुनिया भर में ऊर्जा पहुंच के लिए निरंतर कार्य कर रही है. सोलर अलायंस का लक्ष्य आगे आने वाले भविष्य में कार्बन फुटप्रिंट को कम करना है, साथ ही स्थाई सौर ऊर्जा तंत्र स्थापित करना है. इन प्रयसों से एक कार्बन न्यूट्रल फ्यूचर का सपना साकार हो सकता है.
- आईएसए मिशन 2030: इस संगठन का लक्ष्य वर्ष 2030 तक सौर ऊर्जा क्षेत्र में 1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर तक का इन्वेस्टमेंट करना है. साथ ही उपयोग हो रही टेक्नोलॉजी पर लागत को कम करना है.आईएसए एग्रीकल्चर, हेल्थ, ट्रांसपोर्ट, और इलेक्ट्रिसिटी के प्रोडक्शन में सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देना चाहता है.
इंटरनेशनल सोलर अलायंस:
यह एक संधि-आधारित अंतर-सरकारी संगठन है, जिसका उद्देश्य वैश्विक स्तर पर सौर विकास के बढ़ावा देना है. इसकी पहल 30 नवंबर, 2015 को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्राँस के राष्ट्रपति द्वारा की गयी थी. इसकी स्थापना COP-21 के दौरान 2015 में की गयी थी. इसका मुख्यालय गुरुग्राम, हरियाणा में स्थित है. यह ‘वन सन, वन वर्ल्ड, वन ग्रिड’ को लागू करने के लिए एक नोडल एजेंसी के रूप में कार्य कर रहा है.
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