दोनों देशों के बीच आपसी संबंधों को बढ़ाने के लिए, भारत और मेडागास्कर ने कई समझौते पर हस्ताक्षर करने की योजना बनाई है. स्वास्थ्य, पारंपरिक चिकित्सा, टेलीमेडिसिन, पर्यटन, संस्कृति, और टेली-शिक्षा के क्षेत्र में समझौता ज्ञापन पर चर्चा चल रही है.
भारत और मेडागास्कर के बीच आपसी संबंध और मजबूत बन रहे हैं जबकि, 23 नवंबर, 2020 को भारतीय राजदूत अभय कुमार ने, मेडागास्कर के विदेश मंत्री, तेहिंद्राजनरिवेलो जाकोबा लिवा से मुलाकात की और फिर, इन दोनों अधिकारियों ने दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों का जायजा लिया.
मेडागास्कर के विकास में भारत का योगदान
दोनों देशों के बीच आपसी संबंधों को मजबूत करने के लिए, भारत ने भाभाट्रॉन की स्थापना की है जोकि, मेडागास्कर की राजधानी एंटानानारिवो के HJRA अस्पताल में लगाई गई एक रेडियोथेरेपी मशीन है. भारत मेडागास्कर में ग्रामीण विकास के लिए सेंटर फॉर जिओस्पेटियल एप्लिकेशन्स का भी संचालन करता है.
इससे पहले वर्ष, 2018 में राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद इस पूर्व अफ्रीकी देश की राजकीय यात्रा पर भी गए थे जिस दौरान एक रक्षा सहयोग समझौते पर भी हस्ताक्षर किए गए थे.
भारत और मेडागास्कर के आपसी संबंध
मेडागास्कर का भारत के साथ, विशेषकर गुजरात से, एक मजबूत मित्रतापूर्ण रिश्ता है और 20,000 से अधिक भारतीय मेडागास्कर के व्यापार और अर्थव्यवस्था में अपनी प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं.
विशेष रूप से फरवरी, 2011 में इन दोनों देशों के बीच संबंधों को, कई उच्च-स्तरीय अधिकारियों के आवागमन के दौरों के साथ सामान्य माना जाता था, जो विकासशील संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए आयोजित किये जाते थे. वर्तमान में, भारतीय मूल के लगभग 20,000 लोग मेडागास्कर में रह रहे हैं, जिसमें 2,500 भारतीय नागरिक भी शामिल हैं.
मार्च, 2018 में राम नाथ कोविंद मेडागास्कर जाने वाले भारत के पहले राष्ट्रपति थे. उन्हें वहां द्वितीय श्रेणी के ग्रैंड क्रॉस के साथ सम्मानित किया गया. यह मेडागास्कर के प्रधान मंत्री द्वारा गैर-नागरिकों को प्रदान किया जाने वाला मेडागास्कर का सर्वोच्च सम्मान है.
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