दुनिया की जानी-मानी आईटी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने 05 फरवरी 2019 को ‘सेफर इंटरनेट डे’ पर तीसरा डिजिटल सिविलटी इंडेक्स जारी किया. इस रिपोर्ट में माइक्रोसॉफ्ट ने कहा है कि भारत में ऑनलाइन शिष्टाचार (सिविलटी) का स्तर बढ़ा है यानी इंटरनेट पर भारतीय अब तरीके से पेश आने लगे हैं.
इस इंडेक्स के अनुसार भारत सहित पूरी दुनिया में इंटरनेट पर अब लोग सुलझे तरीके से व्यवहार कर रहे हैं. इसमें 18 से 34 साल के लोगों पर 22 देशों में किए गए सर्वे में भारत 7वें नंबर पर आया है. भारत का इंडेक्स जहां 59% था, वहीं ग्लोबल इंडेक्स 66% था. इस मामले में भारत ने अपनी स्थिति पहले के मुकाबले दो फीसदी ठीक है.
डिजिटल सिविलिटी इंडेक्स में भारत (सकारात्मक परिणाम)
• ऑनलाइन उत्पीड़न भारत में विश्व के अन्य देशों की तुलना में सबसे कम होता है. विश्व में जहां 18% प्रतिशत ऑनलाइन उत्पीड़न के मामले दर्ज होते हैं वहीँ भारत में यह आंकड़ा महज 10% है.
• इसी प्रकार भारत में इन्टरनेट पर अभद्र भाषा का उपयोग करने वालों की संख्या 13% है जबकि बाकी विश्व में यह आंकड़ा 16% है.
• भारत में किसी व्यक्ति अथवा निजी जानकारी को सर्च करने का प्रतिशत महज 10% है जबकि बाकी विश्व में यह आंकड़ा 12% है.
• भारत में इन्टरनेट के माध्यम से होने वाले यौन उत्पीड़न की दर भी अन्य देशों के मुकाबले कम है. भारत में यह आंकड़ा 25% है जबकि बाकी विश्व में इसकी संख्या 30% है.
• विश्व भर में 18 वर्ष से अधिक 67% लोगों को ऑनलाइन रिस्क का सामना करना पड़ता है जबकि अवयस्क लोगों में यह आंकड़ा 62% है.
डिजिटल सिविलिटी इंडेक्स में भारत (नकारात्मक परिणाम)
• विश्व के अन्य देशों की तुलना में भारत में इन्टरनेट के माध्यम से आपातकालीन नंबरों पर सबसे अधिक झूठी कॉल की जाती है. भारत में 4% जबकि विश्व भर में 3% इस प्रकार की कॉल की जाती है.
• भारत में बिना जान पहचान के नंबरों पर कॉल करने की संख्या 46% है जो बाकी विश्व में 43% है.
• भारतीय इन्टरनेट पर किसी दूसरे व्यक्ति की प्रतिष्ठा ख़राब करने में सबसे आगे हैं, भारतीयों को इस श्रेणी में 9% जबकि बाकी विश्व को 8% अंक मिले हैं.
• भारत में 64% पुरुषों को इन्टरनेट परविभिन्न प्रकार के खतरों का सामना करना पड़ता है जबकि महिलाओं के मामले में यह आंकड़ा 61% है.
भारत में डिजिटल सिविलिटी बनाने हेतु माइक्रोसॉफ्ट के सुझाव
माइक्रोसॉफ्ट द्वारा जारी डिजिटल सिविलिटी इंडेक्स द्वारा भारत में स्थिति में और सुधार लाये जाने हेतु कुछ सुझाव भी दिए गये हैं. माइक्रोसॉफ्ट के अनुसार सकारात्मक परिणाम वाले माहौल बनाये जाने की आवश्यकता है. संस्थानों के लिए कोड ऑफ़ कंडक्ट लागू किये जाने चाहिए. पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप बढ़ाकर भी डिजिटल सिविलिटी बढ़ाई जा सकती है.
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