भारत ने 11 मार्च 2017 को ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण किया. इसका उद्देश्य मिसाइल की क्षमता का परीक्षण करना था.
यह मिसाइल 300 किलोग्राम आयुध ले जाने में सक्षम है. रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के अधिकारियों द्वारा जारी जानकारी के अनुसार चांदीपुर में एकीकृत परीक्षण रेंज से एक मोबाइल लॉन्चर की सहायता से क्रूज मिसाइल का परीक्षण किया गया.
इससे पहले किये गये परीक्षण में मिसाइल की क्षमता 290 किलोमीटर थी. भारत द्वारा मिसाइल टेक्नोलॉजी कंट्रोल रिजाइम (एमटीसीआर) से जुड़ने के बाद इसकी मारक क्षमता 450 किलोमीटर हो गयी.
ब्रह्मोस भारत और रूस द्वारा संयुक्त रूप से विकसित अब तक की सबसे आधुनिक क्रूज मिसाइल है. मिसाइल की रेंज बढ़ाने के लिए इसके सॉफ्टवेयर में बदलाव किया गया है. ब्रह्मोस मिसाइल के सॉफ्टवेयर और इंटरनल डायनेमिक्स में बदलाव करके यह सफलता प्राप्त की गयी. इसके अतिरिक्त 800 किलोमीटर की स्ट्राइक रेंज के एक अन्य वर्जन का भी विकास किया जा रहा है जिसे पूरी तरह तैयार होने में दो से ढाई वर्ष लग सकते हैं.
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