बॉस्टन कंसल्टिंग ग्रुप (बीसीजी) के मुताबिक साल 2022 तक भारत दुनिया का 11वां सबसे अमीर देश बन जाएगा. आने वाले समय में भारतीयों की संपत्ति काफी तेजी से बढ़ने वाली है.
यह रिपोर्ट बॉस्टन कंसल्टिंग ग्रुप (बीसीजी) ने जारी की है. निजी संपत्ति के मामले में 2022 तक भारत दुनिया का 11वां सबसे अमीर देश बन जाएगा. इस तरह वर्ष 2017 के मुकाबले भारत की रैंकिंग चार पायदान से बढ़ जाएगी.
निजी संपत्ति:
इस दौरान देश की निजी संपत्ति में 13 प्रतिशत बढ़ोतरी का अनुमान है. तीन साल बाद यह मौजूदा 3 लाख करोड़ डॉलर से बढ़कर 5 लाख करोड़ डॉलर हो जाएगी.
बीसीजी रिपोर्ट से संबंधित मुख्य तथ्य:
• बीसीजी की रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2022 तक भारत की रैंक में चार पायदान का सुधार होगा. यह स्विटजरलैंड, हॉन्गकॉन्ग, नीदरलैंड और ताइवान को पीछे छोड़ देगा.
• रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2012 से भारत की कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट (सीएजीआर) 12% रही है. चीन के बाद भारत ही ऐसा देश है जिसका सीएजीआर पर्सनल वेल्थ के हिसाब से डबल डिजिट (दो अंकों) में रहा.
• भारत समृद्ध, हाई नेटवर्थ और अल्ट्रा हाई नेटवर्थ कैटेगिरी में एशिया का पांचवां सबसे बड़ा बाजार है. यहां समृद्ध लोगों की संख्या 3 लाख 22 हजार है. इस श्रेणी में 10 लाख डॉलर तक संपत्ति वाले लोग शामिल हैं.
• देश में हाई नेटवर्थ वाले अमीरों की संख्या 87 हजार है. इनकी संपत्ति 10 लाख डॉलर से 2 करोड़ डॉलर के बीच है.
• अल्ट्रा हाई नेटवर्थ कैटेगिरी वाले 4 हजार लोग हैं. इनकी वेल्थ 2 करोड़ डॉलर से ज्यादा है.
• व्यक्तिगत संपत्ति (पर्सनल वेल्थ) में फिलहाल अमेरिका 80 लाख करोड़ डॉलर के साथ टॉप पर है. साल 2022 तक यह 100 लाख करोड़ डॉलर पहुंचने की उम्मीद है.
• चीन की निजी संपत्ति 21 लाख करोड़ डॉलर है. तीन साल में यह दोगुनी होकर 43 लाख करोड़ डॉलर पहुंचने की उम्मीद है.
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