एशियाई फुटबॉल परिसंघ (एएफसी) ने महिला एशियाई कप 2022 की मेजबानी के अधिकार भारत को दिए हैं. दुनियाभर में खेलों की शुरुआत के बीच भारतीय फुटबॉल के लिए बड़ी खुशखबरी है. यह टूर्नामेंट 42 साल बाद देश में होने जा रहा है. इससे पहले साल 1979 में मेजबान मिली थी, तब भारतीय टीम रनरअप रही थी.
इस बात का फैसला एएफसी महिला फुटबॉल समिति की बैठक में किया गया. इससे पहले फरवरी में, एएफसी महिला फुटबॉल समिति ने भारत को मेजबान बनाने की सिफारिश की थी. अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) को लिखे पत्र में एएफसी के महासचिव दाटो विंडसर जॉन ने लिखा कि समिति ने एएफसी महिला एशिया कप 2022 फाइनल्स की मेजबानी के अधिकार अखिल भारतीय फुटबॉल को सौंपे हैं.
भारत ने सीधे क्वालिफाई किया
यह टूर्नामेंट साल 2022 के आखिर में होगा. इसमें 12 टीमें शामिल होंगी. पहले इन टीमों की संख्या 8 थी. मेजबान होने के कारण भारतीय टीम सीधे क्वालिफाई कर चुकी है. साथ ही यह इवेंट 2023 फीफा महिला विश्व कप के लिए आखिरी क्वालिफिकेशन टूर्नामेंट होगा.
फीफा अंडर-17 महिला विश्व कप
एआईएफएफ के लिए ये मेजबानी मनोबल बढ़ाने वाली है क्योंकि उसे फीफा अंडर-17 महिला विश्व कप की मेजबानी भी सौंपी गयी थी जिसका आयोजन अगले साल होगा. भारत ने साल 2016 में एएफसी अंडर-16 चैम्पियनशिप और साल 2017 में फीफा अंडर-17 विश्व कप की मेजबानी की थी.
एआईएफएफ के महासचिव ने क्या कहा?
एआईएफएफ के महासचिव कुशल दास ने कहा कि यह टूर्नामेंट भारत में महिला फुटबॉल को लोकप्रिय बनाने में अहम भूमिका निभायेगा. महिला एशिया कप 2022 से पहले फीफा अंडर-17 महिला विश्व 2020 की मेजबानी करेंगे जिससे हमें लय बढ़ाने में मदद मिलेगी.
1979 में टूर्नामेंट का आयोजन हुआ था
गौरतलब है कि 1979 में जब इस टूर्नामेंट का आयोजन भारत में हुआ था तब मेजबान उप-विजेता रहा था. एआईएफएफ के महासचिव कुशाल दास ने कहा कि देश में महिला फुटबॉल को बढ़ावा देने में इस टूर्नामेंट की अहम भूमिका रहेगी.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation