भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) ने 08 अक्टूबर 2018 को नई दिल्ली में 86वां वायु सेना दिवस मनाया. एयर शो के दौरान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर लगातार तीसरे साल परेड देखने के लिए पहुंचे. वायुसेना ने उन्हें ग्रुप कैप्टन रैंक दी है. सचिन तेंदुलकर को वर्ष 2010 में ग्रुप कैप्टन की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया था और वह बिना किसी विमानन पृष्ठभूमि से सम्मान पाने वाले पहले व्यक्ति थे.
इस अवसर पर गाज़ियाबाद स्थित हिंडन एयरफोर्स स्टेशन पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया. परेड के दौरान आकाशगंगा टीम के पैरा जंपर्स ने एयरबेस पर 8000 फीट की ऊंचाई से नीचे छलांग लगाई वहीं, एयरफोर्स के जवानों ने बाद में कई हैरान करने वाले करतब भी दिखाए.
हिंडन एयरबेस पर हुई परेड में 44 अधिकारियों और 258 जवानों बेहतरीन प्रदर्शन किया. वायुसेना के 86वें स्थापना दिवस के मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भारतीय वायुसेना के कार्यों की सराहना करते हुए बधाई दी.
समारोह में वायुसेना, थल सेना और जल सेना के प्रमुख बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए. हिंडन एयर फोर्स स्टेशन पर डकोटा मालवाहक विमान ने भी उड़ान भरी.
उद्देश्य:
यह दिवस आधिकारिक रूप से एवं सार्वजनिक रूप से, राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए किसी भी संगठन में भारतीय वायु सेना के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से मनाया जाता हैं.
गगन शक्ति का परिचय:
इससे पहले वायुसेना दिवस के मौके पर परेड ग्राउंड पर लगे पर्दे पर वायुसेना की ताकत गगन शक्ति का परिचय कराया गया. गगन शक्ति इसी साल किए गए युद्ध अभ्यास में शामिल हुआ था.
लड़ाकू विमानों के एयर शो में मिग-29, जगुआर, मिराज और सुखोई समेत कई एयरक्राफ्ट शामिल हुए. सूर्य किरण और सारंग टीम ने प्रदर्शन किया.
भारतीय वायु सेना दिवस:
भारतीय वायुसेना की स्थापना 08 अक्टूबर 1932 को हुई थी. इसी मौके को याद करते हुए हर साल इस दिन को भारतीय वायु सेना दिवस के रूप में मनाया जाता है. वायु सेना दिवस को आधिकारिक तौर पर सर्वप्रथम 08 अक्टूबर 1932 को भारतीय साम्राज्य की सहायक वायु सेना के रूप में मनाया गया था. ऑपरेशन राहत और ऑपरेशन मेघदूत जैसे विभिन्न महत्वपूर्ण अभियानों में तैनात विमान और हेलीकाप्टर भी प्रदर्शित किये जाते हैं. इसके साथ-साथ, विभिन्न अभियानों के लिए तैयार किये गए नए विमान भी प्रदर्शित किए जाते हैं, साथ ही इसकी विशेषताओं और इसके उद्देश्यों को भी समझाया जाता है.
भारतीय वायु सेना में लगभग 1,70,000 कर्मियों की ताकत है और 1,400 से अधिक विमान हैं और इसे दुनिया के अग्रणी वायु सेना में से एक माना जाता है. भारतीय क्षेत्रों को सभी जोखिमों से बचाना और प्राकृतिक आपदाओं के दौरान प्रभावित क्षेत्रों में सहायता प्रदान करना इसकी जिम्मेदारी है.
अन्य जानकारी:
वायु सेना के अन्य महत्वपूर्ण कार्यों में ऑपरेशन विजय (गोवा का दावा करने के लिए), ऑपरेशन मेघदूत (विवादित कश्मीर क्षेत्र में सियाचिन ग्लेशियर को पकड़ने के लिए), ऑपरेशन कैक्टस (मालदीव में बचाव अभियान), ऑपरेशन पोमलाई (श्रीलंका में जाफना शहर के घेरे वाले शहर पर हवाई-ड्रॉप की आपूर्ति के लिए) और ऑपरेशन राहत (उत्तराखंड में फ्लैश बाढ़ से पीड़ित लोगों के बचाव और राहत) शामिल हैं.
भारतीय वायुसेना के बारे में:
भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) भारतीय सशस्त्र सेना का एक अंग है जो वायु युद्ध, वायु सुरक्षा, एवं वायु चौकसी का महत्वपूर्ण काम देश के लिए करती है. आजादी (1950 में पूर्ण गणतंत्र घोषित होने) से पूर्व इसे रॉयल इंडियन एयरफोर्स के नाम से जाना जाता था और 1945 के द्वितीय विश्वयुद्ध में इसने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. आजादी (1950 में पूर्ण गणतंत्र घोषित होने) के पश्च्यात इसमें से "रॉयल" शब्द हटाकर सिर्फ "इंडियन एयरफोर्स" कर दिया गया.
भारत के राष्ट्रपति भारतीय वायु सेना के कमांडर इन चीफ के रूप में कार्य करते है. वायु सेनाध्यक्ष, एयर चीफ मार्शल, एक चार सितारा कमांडर है और वायु सेना का नेतृत्व करते है. भारतीय वायुसेना का मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है. भारतीय वायु सेना दुनिया की चौथी सबसे बडी वायुसेना होने का दर्जा दिलाती है.
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