भारतीय मूल के अमेरिकी टेनिस खिलाड़ी समीर बनर्जी ने 11 जुलाई 2021 को इतिहास रचते हुए विंबलडन में जूनियर चैंपियनशिप का खिताब अपने नाम कर लिया. समीर बनर्जी ने 01 घंटे 22 मिनट तक चले फाइनल में हमवतन विक्टर लिलोव को सीधे सेटों में 7-5, 6-3 के अंतर से मात दी.
इस जीत के साथ ही समीर ने खुद को रोजर फेडरर, स्टीफन एडबर्ग, गेल मोंफिल्स जैसे दिग्गजों के एलीट ग्रुप में शामिल कर लिया है. समीर के सामने लिलोव एक बार भी खेल में हावी नहीं हो पाए और आसानी से दोनों सेट गंवा दिए. हालांकि पहले सेट में लिलोव ने थोड़ा सा दम जरूर दिखाया, लेकिन दूसरे सेट में वो पूरी तरह से बेबस नजर आए और उन्हें हार का सामना करना पड़ा.
Remember the name - Samir Banerjee 🇺🇸
— Wimbledon (@Wimbledon) July 11, 2021
The American wins his first junior Grand Slam singles title by beating Victor Lilov in the boys' singles final#Wimbledon pic.twitter.com/Xc3ueczg5m
छह साल की उम्र में टेनिस खेलना शुरू किया
समीर ने छह साल की उम्र में टेनिस खेलना शुरू किया था. समीर के माता-पिता 1980 के दशक में अमेरिका चले गए थे. जूनियर फ्रेंच ओपन में समीर बनर्जी पहले दौर में ही बाहर हो गए थे. उन्होंने साल 2009 में ऑस्ट्रेलियन ओपन में जीत हासिल की थी. समीर बनर्जी ने 11 साल के बाद ये कमाल किया.
मैच के बाद समीर बनर्जी ने क्या कहा?
मैच के बाद समीर ने कहा कि यह गजब का अनुभव था. यह निश्चित रूप से सबसे बड़ी भीड़ है जिसके सामने मैं खेला. और मुझे लगता है कि मेरे पास अधिकांश भाग के लिए भीड़ का समर्थन था, इसलिए यह एक अद्भुत अनुभव था, और फिर उसके ऊपर जीतना कुछ ऐसा है जो मैं हमेशा याद रखूंगा.
ग्रैंडस्लैम जीतने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी
युकी भांबरी ने साल 2009 में जूनियर एकल खिताब जीता था और वह जूनियर ग्रैंडस्लैम जीतने वाले आखिरी भारतीय थे. वहीं, हरियाणा के रहने वाले सुमित नागल ने साल 2015 में वियतनाम के ली होआंग नाम के साथ विंबलडन बॉयज डबल्स जीता था.
इससे पहले रामनाथन कृष्णन 1954 में जूनियर विंबलडन चैंपियनशिप जीतने वाले पहले भारतीय थे. उनके बेटे रमेश कृष्णन ने साल 1970 जूनियर विंबलडन और जूनियर फ्रेंच ओपन खिताब जीता था. दिग्गज लिएंडर पेस ने 1990 में जूनियर विंबलडन और जूनियर यूएस ओपन का खिताब जीता था.
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