केंद्र सरकार ने लुटियन दिल्ली में भारत का पहला पुलिस संग्रहालय स्थापित करने का फैसला किया है.
राष्ट्रीय राजधानी के चाणक्यपुरी इलाके में राष्ट्रीय पुलिस स्मारक परिसर में भूमिगत संग्रहालय का निर्माण होगा. इस संग्रहालय में केंद्रीय और राज्य पुलिस बलों का इतिहास जानने का मौका मिलेगा. इसके साथ ही उनसे जुड़ी कलाकृति , वर्दी तथा अन्य सामग्री प्रदर्शित की जाएगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या गृह मंत्री राजनाथ सिंह 21 अक्टूबर (पुलिस स्मृति दिवस) को इसका शुभारंभ करेंगे.
महत्व |
कुछ राज्य पुलिस बलों और अर्द्धसैन्य बलों के अपने छोटे संग्रहालय है लेकिन यह पहली बार है जब देश में पुलिस विषयों पर राष्ट्रीय स्तर की स्थायी दीर्घा होगी. पुलिस विषय पर शोधकर्ताओं को जानकारी के लिए भी इससे मदद मिलेगी. |
मुख्य तथ्य:
- केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ), केंद्रीय पुलिस संगठन और राज्य पुलिस बलों से अपने ऐतिहासिक दस्तावेज , सामग्री , पुलिस संबंधी गजट अधिसूचना और अनूठे हथियार और वर्दी को संग्रहित करने को कहा गया है ताकि इसे संग्रहालय में प्रदर्शित किया जा सके.
- पहले राष्ट्रीय पुलिस संग्रहालय में रखे जाने वाले सामानों में पीतल के इन्सिग्निया, औपचारिक और परिचालन प्रमुख गियर एवं वर्दी, बैटन, बेल्ट, घुड़सवार कॉलम और भारतीय पुलिस अधिनियम की पुरानी प्रतियां शामिल होंगी.
- कर्तव्य की पंक्ति में मारे गए पुलिसकर्मियों पर एक विशेष गैलरी भी बनाए जाएंगे.
- ऑडियो-विज़ुअल टूर करने के लिए संग्रहालय में पुलिस कर्मचारी तैनात किए जाएंगे.
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