चीन और ताइवान के बीच क्या हो रहा है?
पिछले हफ्ते, चीन ने ताइवान के वायु रक्षा पहचान क्षेत्र (ADIZ) में लगभग 150 युद्धक विमान भेजे, जो इस द्वीप की ओर निर्देशित चीन की सैन्य गतिविधि की बड़े पैमाने पर वृद्धि का सूचक था. पिछले दो वर्षों में, पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने अपनी सैन्य गतिविधि बढ़ा दी है और ADIZ में दैनिक उड़ाने और आसपास के समुद्री क्षेत्रों में बार-बार सैन्य अभ्यास जैसी गतिविधियां बढ़ा दी हैं.
अटकलें बढ़ रही हैं कि चीन आक्रमण करने की कोशिश करेगा. अनुमान कुछ वर्षों से लेकर दशकों तक के हैं.
गत बुधवार को, ताइवान के रक्षा मंत्री ने यह दावा किया कि, चीन अब सक्षम है लेकिन वर्ष, 2025 तक "पूर्ण पैमाने पर आक्रमण" शुरू करने में अधिक आसानी से सक्षम होगा.
चीन वास्तव में क्या चाहता है?
बीजिंग ताइवान को चीन का प्रांत बताता है. इसलिए, चीन के साथ ताइवान का एकीकरण चीनी नेता शी जिनपिंग का प्रमुख लक्ष्य है.
ताइवान में लोकतांत्रिक चुनाव होते हैं, एक स्वतंत्र मीडिया है, इसकी अपनी सेना और मुद्रा है. वर्ष, 1949 में गृहयुद्ध की समाप्ति के बाद से, जब कुओमिन्तांग गुट हार गया था और द्वीप पर भाग गया था, तब से इसने वास्तविक स्वतंत्रता का आनंद लिया है. चीनी कम्युनिस्ट पार्टी ने कभी भी ताइवान पर शासन नहीं किया है.
कुछ देश ताइवान की सरकार को मान्यता देते हैं और कई देशों ने वर्ष, 1970 के दशक से अपने औपचारिक संबंधों को बीजिंग में स्थानांतरित कर दिया है. बीजिंग के "एक चीन” के सिद्धांत को अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया जैसे देश स्वीकार तो करते हैं लेकिन, चीन के ताइवान पर अधिकार को मान्यता नहीं देते हैं.
विशिष्ट घटनाओं से चीन की बड़े पैमाने की गतिविधियां अक्सर जुड़ी होती हैं जैसेकि, शुक्रवार को चीन के राष्ट्रीय दिवस के कारण देशभक्ति की छुट्टी या फिर, हाल की घटना के कारण बीजिंग की शिकायतों का संकेत हो. अमेरिका द्वारा शुक्रवार को 39 और शनिवार को 38 विमानों की घुसपैठ की निंदा करने के बाद, चीन ने सोमवार को 56 विमानों को ADIZ में भेज दिया था.
ADIZ और हवाई क्षेत्र में क्या अंतर है?
चीन के युद्धक विमान जिस इलाके में उड़ान भर रहे हैं, उसे लेकर काफी असमंजस की स्थिति बनी हुई है. वे ताइवान के अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त हवाई क्षेत्र में प्रवेश नहीं कर रहे हैं, जो एक महत्त्वपूर्ण और शत्रुतापूर्ण कार्य होगा. अंतर्राष्ट्रीय कानून के तहत, किसी भी देश की अपनी भूमि और समुद्री क्षेत्र के ऊपर की हवा पर उसकी अपनी संप्रभुता होती है.
ताइवान का ADIZ चीन की मुख्य भूमि के कुछ हिस्सों को कवर करता है, लेकिन ताइवान तब तक "घुसपैठ" की रिपोर्ट नहीं करता है जब तक कि विमान मध्य रेखा के ताइवान के क्षेत्र को पार नहीं करते हैं.
चीन और ताइवान के प्रति विश्व की प्रतिक्रिया
अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ताइवान के प्रति चीन के जुझारूपन की लगातार निंदा कर रहा है.
इस हफ्ते, अमेरिका ने बीजिंग पर "उकसाने वाली सैन्य गतिविधि" का आरोप लगाया जो "अस्थिर करने वाला, गलत अनुमान लगाने और क्षेत्रीय शांति को कमजोर करने वाला" था.
पिछले महीने, अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया ने इंडो-पैसिफिक में चीन की कार्रवाइयों का मुकाबला करने के उद्देश्य से एक नई सुरक्षा साझेदारी, ऑकस की घोषणा की. इसने यूके के प्रधानमंत्री के लिए एक सवाल उठाया कि, क्या देश को ताइवान पर युद्ध में खींचा जा सकता है, जिसे उन्होंने खारिज नहीं किया.
अप्रैल में, यूरोपीय संघ ने संयुक्त रूप से दक्षिण चीन सागर में तनाव की घोषणा की थी, जिससे क्षेत्रीय स्थिरता को खतरा था, जबकि फ्रांसीसी युद्धपोतों ने अमेरिका और जापान के साथ संयुक्त अभ्यास में भाग लिया और हाल ही में जर्मनी ने दो दशकों में पहली बार एक युद्धपोत भेजा.
चीन की हालिया गतिविधियों के प्रति ताइवान की प्रतिक्रिया
ताइवान अमेरिका, यूरोपीय संघ, ऑस्ट्रेलिया, जापान और भारत जैसी सरकारों के साथ अपने संबंधों को सुधार रहा है (भले ही ये देश अभी तक इन संबंधों को बहाल करने की पेशकश नहीं कर रहे हैं), और वैश्विक अर्थव्यवस्था में, विशेष रूप से अर्धचालक - चिप्स के प्रमुख आपूर्तिकर्ता के रूप में, ताइवान के महत्व पर जोर दे रहे हैं.
ताइवानी नागरिकों की तल्ख़ प्रतिक्रिया
मंगलवार को, ताइपे निवासी शहर के ऊपर युद्धक विमानों की आवाज़ से जाग गए. यह ताइवान के आगामी राष्ट्रीय दिवस के लिए ताइवान वायु सेना का पूर्वाभ्यास था लेकिन, जो नहीं जानते थे वे चकरा गए. ताइवान के लोग स्कूल में, परिवार के रात्रिभोज में और दोस्तों की सभाओं में चीन के खतरे के बारे में बात करते हैं. रक्षा मंत्रालय का ट्विटर अकाउंट अब इन लोगों के डेली न्यूज फीड का हिस्सा बन गया है.
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