इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स (ICC) ने 11 मई, 2021 को इंडियन रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी लिमिटेड (IREDA) को 'हरित ऊर्जा पुरस्कार' से सम्मानित किया है. इस एजेंसी को अक्षय ऊर्जा के लिए वित्तपोषण संस्थान के तौर पर एक अग्रणी सार्वजनिक संस्थान होने के लिए सम्मानित किया गया है.
यह प्रतिष्ठित पुरस्कार इरेडा के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, प्रदीप कुमार दास ने महानिदेशक, अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन, डॉ अजय माथुर से प्राप्त किया. एक वर्चुअल समारोह के दौरान ICC की राष्ट्रीय विशेषज्ञ समिति के अध्यक्ष अनिल राजदान भी मौजूद थे.
इरेडा के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक ने यह पुरस्कार प्राप्त करते हुए कहा कि, यह पुरस्कार प्रधानमंत्री मोदी के आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप अक्षय ऊर्जा क्षेत्र के विकास में इरेडा के अपार योगदान को मान्यता देता है.
IREDA has been conferred with “Green Urja Award” for being the Leading Public Institution in Financing Institution for Renewable Energy.
— MIB India 🇮🇳 #StaySafe (@MIB_India) May 11, 2021
Details: https://t.co/tHGsFgMoRz@mnreindia pic.twitter.com/4hlKC4DTMi
इरेडा को हरित ऊर्जा पुरस्कार क्यों दिया गया है?
- भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी लिमिटेड (इरेडा - इंडियन रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी लिमिटेड) को हरित ऊर्जा वित्तपोषण में उनकी महत्त्वपूर्ण और विकासात्मक भूमिका के लिए पुरस्कार मिला है.
- इरेडा ने इस महामारी के बावजूद वर्ष, 2020-21 के अंत में जोरदार कामयाबी हासिल की है. इसने ऋण की दूसरी उच्चतम राशि को 8,827 करोड़ रुपये वितरित किये हैं.
कोविड - 19 महामारी की पहली और दूसरी लहर के दौरान IREDA द्वारा पहल
- इरेडा ने एक 'कोविड केयर रिस्पांस टीम' का गठन किया है जो अपने कोविड-19 पॉजिटिव कर्मचारियों के साथ-साथ उनके परिवार के सदस्यों की भी लगातार देखभाल कर रही है. यह पहल जून, 2020 में शुरू की गई थी और इसके परिणामस्वरूप 11 मई, 2021 तक 'जीरो' कर्मचारी कोविड संक्रमित या उपचाराधीन हैं.
- ऐसे समय में, जब पूरी दुनिया COVID-19 महामारी से निपटने के लिए संघर्ष कर रही है, इरेडा महामारी के लिए समय पर और सक्रिय दृष्टिकोण अपनाकर अपने कर्मचारियों के लिए सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण सुनिश्चित करने में सक्षम है.
इरेडा के बारे में
इरेडा, जो नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण में है, देश में अक्षय ऊर्जा (RE) और ऊर्जा दक्षता (EE) परियोजनाओं के वित्तपोषण के लिए भारत में एकमात्र समर्पित संस्थान है.
बीते वर्षों में, एजेंसी ने जिन ऋणों को मंजूरी दी है वे कुल मिलाकर 96,601 करोड़ रुपये हैं और 63,492 करोड़ रुपये का वितरण किया है. भारत में अब तक इरेडा ने 17,586 मेगावाट से अधिक अक्षय ऊर्जा क्षमता का योगदान दिया है.
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