जापान ने पहली बार विवादित दक्षिण चीन सागर में पनडुब्बी अभ्यास किया है. हालांकि यह सैन्य अभ्यास चीन के दावे वाले जलक्षेत्र से दूर किया गया.
मैरीटाइम सेल्फ डिफेंस फोर्स की पनडुब्बी कुरोशियो ने अन्य जंगी जहाजों के साथ दक्षिण चीन सागर में सैन्य अभ्यास किया.
मुख्य तथ्य:
• इस सैन्य अभ्यास में कागा हेलीकॉप्टर पोत समेत जापानी युद्धपोतों ने भी हिस्सा लिया. यह पोत इस समय दो महीने के लिए दक्षिण-पूर्व एशिया और हिद महासागर क्षेत्र की यात्रा पर है.
• यह पहला मौका है जब जापानी नौसेना ने दक्षिण चीन सागर क्षेत्र में सैन्य अभ्यास शुरू किया है.
• रक्षा मंत्रालय ने एक अन्य बयान में कहा कि 80 चालकों के साथ कुरोशियो पनडुब्बी 17 सितम्बर 2018 से केम रान्ह खाड़ी के समीप वियतनाम के सामरिक नौसेना ठिकाने पर पांच दिनों तक रहेगा.
चीन ने जापान को चेतावनी दी:
अधिकतर समुद्री इलाके पर अपना दावा करने वाले चीन ने जापान को चेतावनी दी है कि वह ऐसा कोई कदम ना उठाए जिससे इलाके में शांति और स्थिरता को नुकसान पहुंचे.
दक्षिण चीन सागर पर दावा:
चीन तकरीबन पूरे दक्षिण चीन सागर पर अपना दावा करता है. इस दावे को मजबूती देने के लिए उसने कई कृत्रिम द्वीपों पर सैन्य ठिकाने भी बना रखे हैं. दक्षिण चीन सागर से हर साल पोतों के जरिए पांच खरब अमेरिकी डॉलर का कारोबार होता है.
चीन द्वारा वर्ष 2012 में फिलीपीन से जब्त किए जाने के बाद से ही स्कारबॉरो शोल को लेकर क्षेत्र में काफी तनाव की स्थिति बनी हुई है. पनडुब्बी का अभ्यास दक्षिण चीन सागर में टोक्यो की तरफ से की गई पहली ऐसी कवायद थी.
दक्षिण चीन सागर पर ये देश भी करते हैं अपना दावा:
चीन वैसे तो पूरे दक्षिण चीन सागर पर ही अपने अधिकार का दावा करता है, लेकिन ब्रुनेई, मलेशिया, फिलीपींस, वियतनाम और ताइवान भी उस पर अपना दावा करते हैं. इस क्षेत्र में स्वतंत्र आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए अमेरिका भी सैन्य अभ्यास कर चुका है. पिछले माह (अगस्त 2018) ब्रिटेन की नौसेना का युद्धपोत एचएमएस एल्बियन दक्षिण चीन सागर में चीन के दावे वाले द्वीपों के पास से गुजरा था.
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