सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने 02 नवम्बर 2018 को जस्टिस हेमंत गुप्ता, जस्टिस आर सुभाष रेड्डी, जस्टिस एमआर शाह और जस्टिस अजय रस्तोगी को सुप्रीम कोर्ट के जज के पद की शपथ दिलाई.
राष्ट्रपति ने सबसे कम समय में सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम की सिफारिश स्वीकार करते हुए जजों की सुप्रीम कोर्ट में नियुक्ति का आदेश पारित किया है. इन चारों जजों की नियुक्तियां उनके पद ग्रहण करने की तिथि से प्रभावी होंगी.
सुप्रीम कोर्ट में जजों की संख्या:
चार नए जजों के शपथ ग्रहण के साथ ही सुप्रीम कोर्ट में जजों की कुल संख्या 28 हो गई. जबकि सुप्रीम कोर्ट में जजों के कुल मंजूर पद 31 हैं, जिसमें अभी भी तीन पद खाली रह गए हैं.
सुप्रीम कोर्ट का न्यायाधीश नियुक्त करने की सिफारिश:
भारत के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस मदन बी लोकुर, जस्टिस कुरियन जोसफ, जस्टिस एके सीकरी और जस्टिस एसए बोबडे के कॉलेजियम ने 30 अक्टूबर को इन चारों जजों को सुप्रीम कोर्ट का न्यायाधीश नियुक्त करने की सरकार से सिफारिश की थी.
ये चारों न्यायाधीश जस्टिस हेमंत गुप्ता, न्यायमूर्ति आर. सुभाष रेड्डी, जस्टिस मुकेश कुमार रसिकभाई शाह और जस्टिस अजय रस्तोगी ऑल इंडिया हाई कोर्ट जजों की वरिष्ठता क्रम में 4,5,17 और 25वें नंबर पर आते हैं.
जस्टिस हेमंत गुप्ता के बारे में:
जस्टिस हेमंत गुप्ता ने 18 मार्च 2017 को मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस पद की शपथ ली थी. जस्टिस गुप्ता पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में जज और पटना हाईकोर्ट के एक्टिंग चीफ जस्टिस भी रह चुके हैं. उनका कार्यकाल बतौर चीफ जस्टिस अक्टूबर 2019 तक ही था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट जस्टिस बनाए जाने के बाद अब वे 2022 में रिटायर होंगे.
हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में जज की सेवानिवृत्ति आयु:
हाईकोर्ट में जज की सेवानिवृत्ति आयु 62 है. सुप्रीम कोर्ट जस्टिस 65 वर्ष की आयु में सेवानिवृत्त होते हैं.
जस्टिस आर सुभाष रेड्डी के बारे में:
जस्टिस आर सुभाष रेड्डी गुजरात हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस थे. जस्टिस रेड्डी ने फरवरी 2016 में गुजरात हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश का पद संभाला था. वे इस पद पर 2 वर्ष आठ महीने रहे. रेड्डी ने यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ लॉ, उस्मानिया विश्वविद्यालय, हैदराबाद से कानून की डिग्री प्राप्त की है. आर सुभाष रेड्डी हैदराबाद उच्च न्यायालय में तेलंगाना और आंध्र प्रदेश राज्य के मुख्य न्ययाधीश के पद पर भी कार्यरत रहे हैं.
जस्टिस एमआर शाह के बारे में:
जस्टिस एमआर शाह पटना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस थे. न्यायमूर्ति शाह को अगस्त 2018 में गुजरात हाईकोर्ट से पटना हाईकोर्ट का मुख्य न्यायाधीश बनाकर भेजा गया था. जस्टिस एमआर शाह का जन्म 16 मई 1958 में हुआ था. शाह ने एलएलबी की डिग्री हासिल कर वर्ष 1982 में गुजरात हाईकोर्ट में प्रैक्टिस शुरू की. गुजरात हाईकोर्ट में उन्हें 07 मार्च 2004 को एडिशनल जज बहाल किया गया और 22 जून 2005 को वह स्थायी जज बने.
जस्टिस अजय रस्तोगी के बारे में:
इससे पहले जस्टिस अजय रस्तोगी त्रिपुरा हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस थे. जस्टिस रस्तोगी जयपुर के हैं. गौरतलब है कि न्यायाधीश रस्तोगी 02 सितंबर 2004 को राजस्थान हाईकोर्ट में जज नियुक्त हुए थे. वे राजस्थान हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश भी रह चुके हैं.
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