अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने 08 जुलाई 2021 को अपने मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) मनु साहनी को तत्काल प्रभाव से क्रिकेट की वैश्विक संस्था से हटने के लिए कहा है. आईसीसी ने यह भी बताया कि उसके कार्यकारी सीईओ जिओफ अलार्डिस आईसीसी की कार्यकारी बोर्ड के साथ करीब से काम करते रहेंगे.
आईसीसी के सीईओ मनु साहनी ने अपने ‘सख्त आचरण’ के लिए अवकाश पर भेज दिए जाने के चार महीने बाद 08 जुलाई को अपने पद से त्यागपत्र दे दिया. आईसीसी की तरफ से जारी बयान के अनुसार, इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने 08 जुलाई को घोषणा किया कि सीईओ मनु साहनी तत्काल प्रभाव से अपना पद छोड़ेंगे. जियोफ कार्यवाहक सीईओ के तौर पर काम करेंगे.
The International Cricket Council's (ICC) Chief Executive Manu Sawhney will leave the organization with immediate effect. Geoff Allardice will continue as Acting CEO supported by the Leadership Team working closely with the ICC Board: ICC
— ANI (@ANI) July 8, 2021
बोर्ड की आपातकालीन बैठक
आईसीसी ने निलंबित मुख्य कार्यकारी अधिकारी पर फैसला लेने के लिए बोर्ड की आपातकालीन बैठक बुलाई थी. साहनी ने विश्व संस्था पर एकतरफा, गैर-पारदर्शी और अनुचित निर्णय लेने का आरोप लगाया था.
सख्त व्यवहार लगने का आरोप
आईसीसी के सीईओ मनु साहनी को अपने साथियों के साथ सख्त व्यवहार के कारण मार्च में जांच लंबित रहने तक अवकाश पर भेज दिया गया था. साहनी ने विश्व संस्था की उनके खिलाफ जांच को पूर्व नियोजित साजिश करार दिया था.
मनु साहनी कब आईसीसी के सीईओ बने थे
मनु साहनी 2019 में आईसीसी विश्व कप के बाद डेव रिचर्डसन की जगह सीईओ बने थे और उनका कार्यकाल 2022 में समाप्त होना था. साहनी ने विश्व संस्था की उनके खिलाफ जांच को पूर्व नियोजित साजिश करार दिया था.
मनु साहनी: एक नजर में
मनु साहनी इससे पहले सिंगापुर स्पोर्ट्स हब के CEO भी रह चुके हैं. साथ ही उन्होंने ESPN स्टार स्पोर्ट्स के मैनेजिंग डायरेक्टर के तौर पर भी काम किया है. वे फुटबॉल क्लब मैनचेस्टर यूनाइटेड लिमिटेड के ऑडिट कमेटी के नॉन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर और मेंबर भी हैं. उन्हें साल 2019 में डेव रिचर्ड्सन के जाने के बाद ICC का CEO बनाया गया था.
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