वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा 01 फरवरी 2021 को प्रस्तुत आम बजट के अनुसार, पूरक पोषण कार्यक्रम और पोषण अभियान का विलय करते हुए मिशन पोषण 2.0 (Mission Poshan 2.0) की शुरुआत की जाएगी.
वित्त मंत्री ने बजट भाषण में कहा कि पोषक तत्वों को बढ़ाने के साथ-साथ इनकी आपूर्ति, पहुंच एवं परिणाम को बेहतर करने के लिए सरकार पूरक पोषण कार्यक्रम और पोषण अभियान का आपस में विलय कर देगी तथा मिशन पोषण 2.0 को लॉन्च करेगी.
20,105 करोड़ रुपये की राशि आवंटित
उन्होंने कहा कि सरकार सभी 112 जिलों में पोषण संबंधी परिणामों को बेहतर करने के लिए एक गहन रणनीति अपनाएगी. बजट में महिला और बाल विकास मंत्रालय को आवंटित 24,435 करोड़ रुपये में से सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0 को 20,105 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की गयी है.
Mission POSHAN 2.0, prioritizing 112 aspirational districts, will develop practices that will nurture health, wellness & immunity of children and pregnant women thereby making a concerted effort towards eradicating malnutrition from its roots. #AatmanirbharBharatKaBudget
— Smriti Z Irani (@smritiirani) February 1, 2021
मिशन पोषण 2.0: एक नजर में
पोषण 2.0 मिशन को पोषण सामग्री में सुधार, वितरण और परिणाम में सुधार के लिए लॉन्च किया जाएगा. यह पोशन अभियान और पूरक पोषण कार्यक्रम का विलय करेगा. यह मिशन 112 ‘एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट्स’ में पोषण परिणामों को बेहतर करने के लिए अपनाया गया है.
क्या है मिशन पोषण?
इस मिशन की शुरूआत साल 2018 में हुई थी. राष्ट्रीय पोषण मिशन नीति आयोग की ओर से तैयार की गई नीति के तहत साल 2022 तक भारत को कुपोषण से मुक्त करना है. इस योजना की मदद से अल्पपोषण, एनीमिया से पीड़ित बच्चे, प्रेगनेंट महिला या किशोर लड़कियों की मदद की जा सकेगी.
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