पहली बार, नासा के OSIRIS-Rex (ओरिजिन्स, स्पेक्ट्रल इंटरप्रिटेशन, रिसोर्स आइडेंटिफिकेशन, सिक्योरिटी, रेगोलिथ एक्सप्लोरर) अंतरिक्ष यान ने इस 20 अक्टूबर, 2020 को धूल और कंकड़ इकट्ठा करने के लिए एक क्षुद्रग्रह की सतह को सफलतापूर्वक छू लिया है. यह यान इन एकत्रित कणों को वर्ष 2023 तक पृथ्वी पर पहुंचा देगा.
नासा के OSIRIS-Rex अंतरिक्ष यान ने अपनी रोबोटिक भुजा को फैलाकर बेन्नू नाम के एक अच्छी तरह से संरक्षित, प्राचीन क्षुद्रग्रह (एस्टेरोइड) की सतह को छू लिया है. यह क्षुद्रग्रह वर्तमान में पृथ्वी से 200 मिलियन मील से अधिक दूरी पर है.
यह कार्य-प्रक्रिया बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह वैज्ञानिकों को शुरुआती सौर प्रणाली के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए एक आधार प्रदान करेगा जब यह पहली बार अरबों साल पहले आकार ले रहा था.
टच-एंड-गो सैंपल अधिग्रहण प्रणाली
इस सैंपल (नमूना) संग्रहण विधि को टच-एंड-गो सैंपल अधिग्रहण प्रणाली (TAGSAM) तौर पर जाना जाता है. अगर इस विधि से यह अंतरिक्ष यान पर्याप्त नमूने एकत्रित करने में सक्षम रहा तो इस मिशन की टीमें अपने इस अंतरिक्ष यान को मार्च, 2021 में अपने घर अर्थात पृथ्वी पर वापस लौटने के लिए अपनी यात्रा शुरू करने की आज्ञा देंगी अन्यथा यह अंतरिक्ष यान जनवरी, 2021 में एक अन्य नमूना संग्रहण प्रयास के लिए तैयार होगा.
यह नमूना संग्रहण कैसे हुआ?
OSIRIS-Rex अंतरिक्ष यान ने पहले खुद को बेन्नू के चारों ओर की कक्षा से बाहर करने के लिए अपने थ्रस्टरों को निकाल दिया और फिर अपने कंधे, फिर कोहनी, फिर अपनी 11 फुट की सैंपलिंग आर्म की कलाई को आगे बढ़ाया और लगभग आधे मील की दूरी पर उतरते हुए बेन्नू क्षुद्रग्रह की सतह तक पहुंचा.
इस TAG प्रणाली ने एक नमूना संग्रहण स्थल को लक्षित किया, जिसे नाइटिंगेल के तौर पर जाना जाता है, जो बोल्डर-कवर स्पेस रॉक के कुछ अपेक्षाकृत स्पष्ट स्थानों में से एक है. बेन्नू की सतह से संपर्क बनाने के कुछ ही समय बाद, इसने अपने थ्रस्टरों को निकाल दिया और सुरक्षित रूप से बेन्नू से दूर चला गया.
क्या अंतरिक्ष यान ने पर्याप्त नमूने एकत्र किए हैं?
इस अंतरिक्ष यान की टच-एंड-गो नमूना अधिग्रहण प्रणाली को अंतरिक्ष यान टेलीमेट्री डाटा के अनुसार, उम्मीद के मुताबिक संचालित किया गया था. हालांकि, इस अंतरिक्ष यान द्वारा एकत्र किए गए नमूने की मात्रा की पुष्टि करने के लिए OSIRIS-REx की अनुसंधान टीम को कम से कम एक सप्ताह का समय लगेगा.
वास्तविक समय के डाटा ने यह संकेत दिया है कि, इस अंतरिक्ष यान ने क्षुद्रग्रह की सतह से सफलतापूर्वक संपर्क किया और नाइट्रोजन गैस का एक विस्फोट किया, जिससे बेन्नू क्षुद्रग्रह की सतह से पर्याप्त धूल और कंकड़ ऊपर उठे होंगे, जिनमें से कुछ को नमूना संग्रहण के लिए एकत्रित किया जाना था.
OSIRIS-REx की टीम का लक्ष्य कम से कम 60 ग्राम वजन वाली सामग्री एकत्रित करना था. इस टीम के इंजीनियर और वैज्ञानिक दूर से विभिन्न नमूनों की पहचान करने और मापने के लिए कई तकनीकों का उपयोग करेंगे. वे टचडाउन से पहले और बाद में नमूना संग्रहण साइट की छवियों की तुलना करेंगे और देखेंगे कि, संबद्ध क्षेत्र में सतह सामग्री के कारण कितना फर्क पड़ा है.
अगर इस अंतरिक्ष यान के टच-एंड-गो सैंपल एक्विजिशन मैकेनिज्म (नमूना अधिग्रहण तंत्र) ने प्राचीन क्षुद्रग्रह की सतह पर महत्वपूर्ण आघात किया है तो इस बात की बहुत अधिक संभावना है कि इसने बहुत सारी सामग्री एकत्र कर ली है.
पृथ्वी पर वापसी
यह अंतरिक्ष यान मार्च, 2021 में बेन्नू से अपने घर अर्थात पृथ्वी गृह पर वापस लौटने की यात्रा की तैयारी करेगा, जब यह क्षुद्रग्रह पृथ्वी के साथ ठीक से सीध में आएगा. अगर इस अंतरिक्ष यान ने पर्याप्त नमूने एकत्रित नहीं करता है, तो यह 12 जनवरी, 2021 को एक और प्रयास करेगा. यह अंतरिक्ष यान 24 सितंबर, 2023 को हमारी पृथ्वी पर वापस लौटने वाला है.
पृष्ठभूमि
इस OSIRIS-REx अंतरिक्ष यान को 8 सितंबर, 2016 को फ्लोरिडा के केप कैनवेरल एयर फोर्स स्टेशन से लॉन्च किया गया था. यह 3 दिसंबर, 2018 को बेन्नू पहुंचा था और पहली बार 31 दिसंबर, 2018 को इस क्षुद्रग्रह की परिक्रमा शुरू की थी.
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