केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रोफाइल-2018 रिपोर्ट जारी

नेशनल हेल्थ प्रोफाइल-2018 के अनुसार देश में होने वाली संक्रामक बीमारियों में सांस संबंधी बीमारियों का प्रतिशत सबसे ज्यादा 69 प्रतिशत है, इसके बाद डायरिया तथा स्वाइन फ्लू का नंबर आता है.

Oct 15, 2018, 09:32 IST
National Health Profile 2018 report released
National Health Profile 2018 report released

केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने 13 अक्टूबर 2018 को पटना में स्वास्थ्य सेवाएं महानिदेशालय के तत्वाधान में केन्द्रीय स्वास्थ्य आसूचना ब्यूरो (सीबीएचआई) द्वारा तैयार की गई राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रोफाइल-2018 की विश्लेषणात्मक रिपोर्ट जारी की.

राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रोफाइल में स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे और स्वास्थ्य में मानव संसाधनों के बारे में व्यापक जानकारी के साथ-साथ जनसांख्यिकीय, सामाजिक-आर्थिक, स्वास्थ्य स्थिति और स्वास्थ्य वित्त संकेतकों को शामिल किया गया है. सीबीएचआई वर्ष 2005 से ही हर साल राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रोफाइल को प्रकाशित कर रहा है. यह प्रोफाइल का 12वां संस्करण है.

राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रोफाइल-2018 के मुख्य बिंदु

•    नेशनल हेल्थ प्रोफाइल-2018 के अनुसार देश में होने वाली संक्रामक बीमारियों में सांस संबंधी बीमारियों का प्रतिशत सबसे ज्यादा 69 प्रतिशत है और इनके कारण होने वाली मौतों की संख्या भी सबसे अधिक 23 प्रतिशत है.

•    प्रोफाइल बयान करता है कि डायरिया के कारण होने वाली कुल मौतों में इसका योगदान 10 प्रतिशत का है.

•    स्वाइन फ्लू देश में संक्रामक रोगों के कारण होने वाली मौतों की बड़ी वजह है. इसके कारण 16 प्रतिशत लोगों की जान जा रही है.

•    एक्यूट एंसेफेलाइटिस सिंड्रोम 7 प्रतिशत मौतौं की वजह बन रहा है तो एंसेफेलाइटिस चार प्रतिशत की.

•    इसके अलावा वायरल हेपेटाइटिस चार प्रतिशत मौतों की वजह बन रहा है जबकि अन्य संक्रामक रोगों के कारण नौ प्रतिशत मौतें हो रही हैं.

•    नेशनल हेल्थ प्रोफाइल-2018 के अनुसार पिछले कुछ सालों में सरकार की ओर से स्वास्थ्य क्षेत्र में किए जाने वाले खर्च में बढ़ोतरी हो रही है और अब यह कुल जीडीपी का 1.28 प्रतिशत हो गया है.

•    रिपोर्ट के अनुसार देश में सबसे ज्यादा सरकारी ऐलोपैथिक डॉक्टर यूपी में हैं.

उद्देश्य

नेशनल हेल्थ प्रोफाइल 2018 (एनएचआरआर) परियोजना के प्रमुख अपेक्षित परिणाम निजी डॉक्टरों, स्वास्थ्य सुविधाओं, कैमिस्टों और नैदानिक प्रयोगशालाओं सहित सभी स्वास्थ्य संसाधनों के बारे में व्यापक आंकड़े उपलब्ध कराना और डिजिटल इंडिया मिशन के साथ सबूत आधारित निर्णय लेने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य संसाधन रिपोजिटरी स्थापित करना है. एनएचआरआर परियोजना में अस्पतालों, डॉक्टरों, क्लिनिकों, ब्लड बैंकों, फार्मेसियों, निदान परियोगशालाओं सहित सभी सार्वजनिक और निजी स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं के लिए राष्ट्रीय जनगणना आयोजित करना शामिल हैं.

Gorky Bakshi is a content writer with 9 years of experience in education in digital and print media. He is a post-graduate in Mass Communication
... Read More

यूपीएससी, एसएससी, बैंकिंग, रेलवे, डिफेन्स और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए नवीनतम दैनिक, साप्ताहिक और मासिक करेंट अफेयर्स और अपडेटेड जीके हिंदी में यहां देख और पढ़ सकते है! जागरण जोश करेंट अफेयर्स ऐप डाउनलोड करें!

एग्जाम की तैयारी के लिए ऐप पर वीकली टेस्ट लें और दूसरों के साथ प्रतिस्पर्धा करें। डाउनलोड करें करेंट अफेयर्स ऐप

AndroidIOS

Trending

Latest Education News