इजरायल के शोधकर्ताओं ने 24 जून, 2021 को यह जानकारी दी है कि, उन्हें एक 'नए प्रकार के प्रारंभिक मानव' की हड्डियां मिली हैं, जो पहले विज्ञान के लिए अज्ञात थीं. इस नवीनतम खोज ने मानव विकास के मार्ग पर नई रोशनी डाली है.
जेरूसलम के हिब्रू विश्वविद्यालय की टीम द्वारा रामला शहर के पास पुरातत्व खुदाई की गई और हाल ही के निष्कर्षों के अनुसार, नेशेर रामला होमो का नाम तेल अवीव के दक्षिण-पूर्वी स्थान के नाम पर रखा गया था, जहां यह पाया गया था. यह शायद हमारी प्रजाति, होमो सेपियन्स के साथ 1,00,000 से अधिक वर्षों तक रहा हो, और यहां तक कि इनमें इंटरब्रेड भी हुआ हो.
नवीनतम खोज ने क्या दिखाया है?
शोधकर्ताओं ने एक बयान में यह कहा है कि 1,40,000 और 1,20,000 साल पहले की अवधि, नेशर रामला मानव का आकृति विज्ञान, निएंडरथल और पुरातन होमो मानवों के साथ इसके लक्षणों को साझा करता है.
इसके साथ ही, इस प्रकार का होमो मानव हम आधुनिक मनुष्यों से बहुत अलग है क्योंकि यह पूरी तरह से अलग खोपड़ी संरचना, बहुत बड़े दांत और बिना ठुड्डी की मुखाकृति को प्रदर्शित करता है.
उन्नत उपकरण उत्पादन तकनीकें
हिब्रू विश्वविद्यालय के डॉ. योसी जैडनर ने यह कहा कि, मानव जीवाश्मों से जुड़ी पुरातात्विक खोजों से यह पता चला है कि, 'नेशेर रामला होमो' के पास उन्नत पत्थर-उपकरण उत्पादन तकनीकें थीं और उन्होंने होमो सेपियंस के साथ भी इंटरैक्ट किया.
शोधकर्ताओं ने यह भी सुझाव दिया है कि, इज़राइल में खोजे गए कुछ जीवाश्म, जो 4,00,000 साल पहले की अवधि के थे, वे उसी प्रागैतिहासिक मानव प्रकार के हो सकते हैं.
नेशर रामला होमो: इस नवीनतम खोज का महत्व
इन अवशेषों का विश्लेषण करने वाली टीम के नेताओं में से एक, तेल अवीव विश्वविद्यालय के इज़राइल हर्शकोविट्ज़ कहते हैं, इस नए प्रकार के होमो सेपियन मानव की खोज का बहुत महत्व है.
निएंडरथल मानव की उत्पत्ति पर प्रश्न: क्या उन्हें अपने पूर्वजों का पता चला है?
नेशर रामला की इस नवीनतम खोज ने व्यापक रूप से स्वीकृत सिद्धांत पर यह सवाल उठाया है कि, निएंडरथल मानव दक्षिण में प्रवास करने से पहले यूरोप में पहली बार प्रकट हुआ था.
एक अन्य शोधकर्ता ने यह कहा कि, ये निष्कर्ष बताते हैं कि इजरायल की भूमि अफ्रीका, यूरोप और एशिया के बीच एक चौराहे के रूप में थी जहां ये विभिन्न पुरातन मानव एक-दूसरे से मिले-बसे और फिर, विश्व के अन्य क्षेत्रों में बस गये .
इस बात की सबसे अधिक संभावना है कि, नेशेर रामला प्रकार के छोटे समूह यूरोप में चले गए, बाद में निएंडरथल मानव के तौर पर, एशिया में समान विशेषताओं वाली आबादी में विकसित हुए.
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