नीति आयोग ने महत्वाकांक्षी जिलों में किसानों को वास्तविक समय सलाह प्रदान करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का उपयोग करके फसल उपज पूर्वानुमान मॉडल विकसित करने वाली परियोजना पर हस्ताक्षर किए.
उद्देश्य:
इसका उद्देश्य फसल उत्पादन और मिट्टी की उत्पादकता बढ़ाने, कृषि इनपुट को नियंत्रित करने तथा समग्र रूप से किसानों की आय बढ़ाने के लिए मिलकर काम करना है ताकि किसानों को पहले से ही जानकारी देने के लिए तकनीक का इस्तेमाल किया जा सके.
परियोजना से संबंधित मुख्य तथ्य:
• इस परियोजना का पहला चरण महाराष्ट्र, राजस्थान, असम, मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के राज्यों में 10 महत्वाकांक्षी जिलों के लिए विकासशील मॉडल पर केंद्रित होगा.
• यह परियोजना जलवायु-जागरूक संज्ञानात्मक खेती तकनीकों को उपलब्ध कराएगी.
• यह परियोजना फसल निगरानी की प्रणाली, उन्नत एआई नवाचारों के आधार पर कीट और बीमारी के प्रकोप पर प्रारंभिक चेतावनी की भी पहचान करेगी.
• इसमें बेहतर कृषि प्रबंधन के माध्यम से फसल उपज और लागत बचत में सुधार के साथ आईटी और मोबाइल अनुप्रयोगों से मौसमी सलाह, मौसम पूर्वानुमान जानकारी से जुडी मोनिटरिंग शामिल है.
नीति आयोग:
नीति आयोग भारत सरकार द्वारा गठित एक नया संस्थान है जिसे योजना आयोग के स्थान पर बनाया गया है. यह संस्थान सरकार के थिंक टैंक के रूप में सेवाएं प्रदान करेगा और उसे निर्देशात्मक एवं नीतिगत गतिशीलता प्रदान करेगा.
नीति आयोग, केन्द्र और राज्य स्तरों पर सरकार को नीति के प्रमुख कारकों के संबंध में प्रासंगिक महत्वपूर्ण एवं तकनीकी परामर्श उपलब्ध कराएगा. इसमें आर्थिक मोर्चे पर राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय आयात, देश के भीतर, साथ ही साथ अन्य देशों की बेहतरीन पद्धतियों का प्रसार नए नीतिगत विचारों का समावेश और विशिष्ट विषयों पर आधारित समर्थन से संबंधित मामले शामिल होंगे.
नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अर्थात सीईओ अमिताभ कांत हैं. नीति आयोग ग्राम स्तर पर विश्वसनीय योजना तैयार करने के लिए तंत्र विकसित करेगा और इसे उत्तरोत्तर उच्च स्तर तक पहुंचाएगा.
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