विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत राष्ट्रीय अनुसंधान विकास निगम (एनआरडीसी) ने 3 मई 2016 को घर सोधोन-रेशम के कीड़ों के रहने के लिए कीटाणुनाशक कमरा तथा उपकरण के वाणिज्यिकरण के लिए मेसर्स नबग्राम रेशम शिल्प उन्नयन कोऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड के सचिव सौम्य दीप्ता मजूमदार तथा मैसर्स दरियापुर ग्रामीण विकास सोसायटी के अध्यक्ष मोहम्म द अजमल, कालिया चक (पश्चिम बंगाल) के साथ लाइसेंस समझौता किया.
घर सोधोन के बारे में:
• कीटाणुनाशक कमरा कपड़ा मंत्रालय के केन्द्रीय सिल्क बोर्ड का अंगीभूत अनुसंधान संस्थान केन्द्रीय शिल्प अनुसंधान तथा प्रशिक्षण संस्थान (सीएसआरटीआई), बेरहमपुर (पश्चिम बंगाल) में विकसित किया गया है.
• घर सोधोन यूजर अनुकूल और गैर-क्षयकारी कीटाणुनाशक कमरा है और इसमें श्रम, जल, बिजली तथा स्प्रे मशीनों की आवश्यकता नहीं है.
• पश्चिम बंगाल, ओडिशा तथा झारखंड के सिल्क किसानों में इसकी लोकप्रियता बढ़ रही है.
• एनआरडीसी की यह पहल मेक इन इंडिया’ तथा ‘स्टासर्टअप इंडिया’ मिशन में सहायक है.
इसके अतिरिक्त, एनआरडीसी ने सत्यभामा विश्वविद्यालय, चेन्नई के साथ आईपी प्रोटेक्शन तथा अपनी वैज्ञानिक और प्रौ़द्योगिकी विकास के प्रौद्योगिकी वाणिज्यिकरण के लिए समझौता किया है. सत्यभामा विश्वविद्यालय चेन्नई का नेतृत्व कुलपति डॉ. बी.शीला रानी ने किया. इस समझौते के साथ दोनों संगठन समाज को बेहतर बनाने के लिए मिलकर अनुसंधान कार्य करेंगे.
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