कैशलेस बैंकिंग को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न कदम उठाये जा रहे हैं, इसके तहत देशभर में एटीएम की संख्या कम करने पर भी विचार किया जा रहा है. एजेंसी रिपोर्ट्स के अनुसार देश के साठ प्रतिशत तक एटीएम कम हो जायेंगे.
रिज़र्व बैंक द्वारा देश के साठ प्रतिशत एटीएम बंद किये जा सकते हैं. अधिकतर एटीएम बैंक शाखा के पास होंगे या फिर प्रमुख बाजारों में ही स्थापित होंगे.
भारतीय रिजर्व बैंक की कवायद कैशलेस बैंकिंग बढ़ाने की है. न्यूनतम वेतन बढ़ाए जाने के बाद बैंकों ने 100 से कम हिट वाले एटीएम बंद करने का निर्णय ले लिया था.
हालांकि इस संबंध में भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) द्वारा कोई सर्कुलर जारी नहीं किया गया है, लेकिन इसी सप्ताह बैंक मुख्यालयों ने अपने क्षेत्रीय कार्यालयों को इसी वित्तीय वर्ष में 25 प्रतिशत तथा अगले वित्तीय वर्ष तक लगभग 60 प्रतिशत एटीएम कम करने का निर्देश दिया है.
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नकद निकासी की सीमा
भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा नकदी का प्रचलन कम करने के लिए एटीएम से नकद निकासी की सीमा घटाने पर भी विचार किया जा रहा है. सामान्य बचत खातों में निकासी की अधिकतम सीमा 25 हजार रुपये हो सकती है. वर्तमान में यह सीमा 25 हजार रुपये से एक लाख रुपये तक है.
कैशलेस बैंकिंग की कवायद के लिए आरबीआई सिक्कों की संख्या में बढ़ोतरी करने की तैयारी कर रहा है. इसी श्रृंखला में 100 रुपये के सिक्के जारी करने की घोषणा हो चुकी है तथा अन्य मुद्रा वर्ग में सिक्के जारी करने की योजना पर काम हो रहा है. सूत्रों का कहना है कि आरबीआई इस वर्ष ही करीब दो हजार करोड़ रुपये के सिक्के जारी कर देगा.
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